अब अंतरिक्ष से रखी जा रही हरियाणा के किसानों पर नजर, जानिए क्यों

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 12:41 PM (IST)

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): फतेहाबाद में प्रशासन के बार-बार हिदायत देने के बावजूद भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। फतेहाबाद में 25 सितंबर से लेकर 21 अक्टूबर तक 180 जगहों पर पराली जलाई गई है, जिसकी तस्वीरें विभाग ने सैटेलाइट (हरसेक) के माध्यम ली हैं। अब इन किसानों को विभाग के कर्मचारियों और नंबरदार के माध्यम से चिह्नित कर नोटिस भेजा जाएगा। ये चित्र सैटेलाइट से लिए गए हैं और हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र ने इन्हें फतेहाबाद प्रशासन को भेज दिया है। फतेहाबाद में पराली जलाने के अधिकतर मामले टोहाना इलाके से संबंधित हैं। 

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गौरतलब है कि पिछले वर्ष कृषि विभाग द्वारा किसानों को पराली जलाने के मामले में नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से अधिकांश किसानों ने नोटिस की कोई परवाह नहीं की। जबकि 695 किसानों ने 26 लाख 50 हजार की जुर्माना राशि कृषि विभाग को अदा की थी। बाकी बचे किसानों को कृषि विभाग ने दूसरा नोटिस जारी किया हुआ है। अगर ये किसान जुर्माना नहीं भरते तो राजस्व विभाग लैंड रिकवरी एक्ट के तहत इनके खिलाफ कार्रवाई करेगा। वहीं, अगर इस बार भी ये किसान पराली जलाते हुए पकड़े जाते हैं तो उसके बाद सख्त सजा का प्रावधान है।

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कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर बलवंत सहारण ने बताया कि हरसेक के द्वारा उन्हें पराली जलाने के चित्र प्राप्त हो चुके हैं। 21 अक्टूबर तक जिन किसानों ने पराली जलाई है, उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। 

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के अनुसार, पराली को आग लगाने से पर्यावरण दूषित होता है। इससे जहरीला धुआं मानव के शरीर को नुकसान पहुंचाता है। ट्रिब्यूनल ने सरकार को सख्त आदेश दे रखे हैं कि 2 एकड़ में पराली जलाने वाले को 2500 रुपए, 5 एकड़ में आग जलाने वाले किसान को 5 हजार और 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में आग लगाने वाले किसानों से 15 हजार जुर्माना वसूला जाए।


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Deepak Paul

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