हनी ट्रैप मामले में फौजी का बड़ा खुलासा, कोर्ट ने दिए आदेश...
punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 03:42 PM (IST)
नारनौल (ब्यूरो): हनीट्रेप मामले में फंसे सैनिक रविंद्र कुमार से अनिका चौधरी ने जिन नंबरों से बात की, उसमें से 3 सिम मोहम्मद इरफान कुरैशी उर्फ यूसुफ नामक व्यक्ति ने दिल्ली से खरीदे थे। मोहम्मद को ही मुख्य सूत्रधार पाया गया। वह आबूधाबी से डील कर रहा था और अनिका चौधरी नामक महिला के माध्यम से रविंद्र को संपर्क में रखे हुए था। सूत्रों के अनुसार उन नंबरों की काल डिटेल की पड़ताल के दौरान पांच में से तीन सिम दिल्ली के लोगों की आईडी पर लिए गए हैं। पुलिस आईडी देने वालों की जांच कर रही है।
अब पुलिस पड़ताल के दौरान मिले सभी तथ्यों, फेसबुक और वाट्स अप पर हुई चैटिंग, दिल्ली में जिन होटलों में विदेशी जासूस का ठहराव हुआ था, उनका रिकार्ड फाइल के तौर पर ले जाकर सेना के हवाले कर देगी। सेना की जांच पड़ताल के दौरान अगर मामला ज्यादा गंभीर नहीं निकला और इसे स्थानीय पुलिस के दायरे में पाया तो सेना जांच रिपोर्ट वापस नारनौल कोर्ट को सौंप देगी। यह गंभीर केस मिला तो अपनी ओर से दी जाने वाली सजा की जानकारी भी नारनौल अदालत को देगी।
हनीट्रैप मामले में फौजी का खुलासा कोर्ट के आदेश सेना को सौंपा जाए आरोपी
रविंद्र हनीट्रेप में फंसे 5 कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिक रविंद्र कुमार का केस अब पुलिस के हाथों से निकलकर सेना के हवाले होगा। फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के जरिए सेना की सूचनाएं विदेशियों को देने के आरोपी के साथ अब क्या किया जाए, यह फैसला उसकी कंपनी के अधिकारी करेंगे। अदालत ने पुलिस को ट्रांजक्शन वारंट के साथ आरोपी को उसकी अरुणाचल स्थित यूनिट में पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
आरोपी रविंद्र को सोमवार सुबह नसीबपुर जेल से सीजेएम प्रवेश गोयल की अदालत में लाया गया। इस दौरान हुई बहस में उसके बचाव में आए वकील ईश्वर जाखड़ का कहना था कि अगर रविंद्र ने सेना की नौकरी करते हुए अपराध किया है, सेना इसकी जांच करे। पुलिस के दायरे में जांच नहीं आती। अवकाश अवधि के दौरान पुलिस द्वारा उसे पकड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि अभी यह भी साबित होना बाकी है कि आरोपी से बरामद कारतूस वास्तव में सेना के थे।
अदालत ने दलीलें सुनने के बाद निर्णय लंच बाद सुनाने की बात कही और दोपहर बाद पुलिस को आदेश दिया कि ट्रांजक्शन वारंट के तहत रविंद्र को जहां उसकी पोस्टिंग है, वहां के सीओ के सुपुर्दकिया जाए। अदालत के आदेश के बाद देर शाम तक पुलिस रविंद्र को सेना के हवाले करने की तैयारी कर रही थी।