ताबीज के लालच में मासूम से मुस्लिम ने किया घिनौना काम
punjabkesari.in Sunday, Jul 03, 2016 - 01:38 PM (IST)

रोहतक: शहर के जींद बाईपास इलाके में बनी झुग्गियों में रहने वाले 11 साल के मासूम बच्चे की कुकर्म के बाद गला घोंटकर हत्या उसके पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने ही की थी। इकलौते चिराग को गंवाने वाले परिवार ने अपने स्तर पर पता लगाकर आरोपी को आज सुबह धर दबोचा। लोगों ने उसकी जमकर पिटाई करने के बाद गौकर्ण पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। शेर खान (27) नाम के इस व्यक्ति को उपचार के लिए पी.जी.आई. की एमरजैंसी यूनिट में लाने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस के सामने शेर खान ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को मासूम बच्चे की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए पी.जी.आई. भेजे जाने के बाद से ही परिवार वाले उसके कातिल की तलाश में थे। पुलिस ने परिवार वालों से बातचीत में कहा था कि कातिल कोई जानकार ही मिलने की संभावना है लिहाजा वह लोग भी अपने स्तर पर उसके बारे में जानकारी निकालने का प्रयास करें। इसी को जहन में रखकर परिवार के लोगों ने शुक्रवार शाम से ही इस प्वाइंट पर जानकारी जुटाना शुरू की दी थी।
उन्होंने झुग्गी-बस्ती में रहने वाले सभी लोगों से बातचीत की। कौम के सभी मुसलमान भाइयों को सुबह एकत्रित किया गया। सब लोग आए, मगर शेर खान नहीं आया। इस पर उसके भाई ने उसे भला-बुरा कहा और लोगों को उस पर शक हुआ। इस बीच खासकर बच्चों से भी पूछा गया कि किसी ने उनके लाडले को लापता होने के दिन कहीं देखा हो। पता चला कि जिस वक्त बच्चा लापता हुआ, उससे पहले उसे शेर खान नाम के व्यक्ति के साथ देखा गया था। इस बीच शेर खान ने यहां-वहां की बातें करके लोगों को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया, मगर वह अपनी ही कही बातों में उलझता चला गया। बिफरे लोगों ने उसकी धुनाई शुरू कर डाली तो उसने बच्चे की हत्या करने की हामी भर दी।
जामुन खिलाने के बहाने ले गया था मासूम को
शेर खान ने अपना गुनाह कबूल करते हुए यह खुलासा किया कि उसने यह वारदात क्यों अंजाम दी। बताया कि जामुन खिलाने के बहाने से वह उसे साथ ले गया और गलत काम के बाद उसने रेश्मी डोरी से बच्चे का गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके गले में पहनी सोने की तबीजी भी निकालकर जेब में रख ली। आरोपी ने कहा कि उसे पथरी का दर्द रहता था और दवाइयों के लिए पैसे नहीं थे तो सोचा सोने की तबीजी को बेचकर पैसे हाथ में आ जाएंगे।
कातिल खुद भी तलाश रहा था लापता बच्चे को
मासूमियत के कातिल का शातिर अंदाज तो देखिए उसने पहले बच्चे का कत्ल किया और फिर परिवार वालों के साथ मिलकर उसकी तलाश के लिए भागदौड़ करने का ढोंग भी रचा। उसने ऐसा इसलिए किया ताकि किसी को भी उस पर आशंका न हो लेकिन पुरानी कहावत है कि गुनाह कभी छिपता नहीं और इस मामले में भी यह कहावत सटीक साबित हुई। कातिल ने लाख ढोंग किए, मगर चंद घंटों के भीतर ही उसे बेनकाब होना पड़ गया।
पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनों के हवाले
11 साल के मासूम बच्चे की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए कल दोपहर बाद ही पी.जी.आई. भिजवा दिया गया था लेकिन कागज तैयार न हो पाने की सूरत में उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। शनिवार सुबह यह प्रक्रिया पूरी की गई। बाद में बॉडी को उसके वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों के अलावा कई लोग पोस्टमार्टम हाऊस पर पहुंचे थे।