तस्वीरों में देखें, कैसे जलकर राख हुआ रोहतक, व्यापारी रो रहे खून के आंसू

punjabkesari.in Tuesday, Feb 23, 2016 - 03:46 PM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज): प्रदेशभर में उपद्रव की आग में झुलसकर बर्बाद हुए रोहतक में हर व्यापारी खून के आंसू रो रहा है। दंगे की आग में जले रोहतक शहर में अरबों का नुकसान बताया जा रहा है।

इतना ही नहीं सबसे हैरानी की बात यह है कि अब यहां के व्यापारियों के दिलों में इतनी दहशत पनप चुकी है कि उन्होंने शहर को छोड़ने तक की बात कह डाली है तो अधिकतर कर्ज के बोझ तले दब चुके है।

माॅडल टाउन में जनरल स्टोर की दुकान करने वाले व्यापारी दिनेश का कहना है कि हम तो घर पर थे। सूचना मिली कि दुकान जला दी है। 18 साल से बच्चे की तरह दुकान को पालकर बड़ा किया था। सारा सामान लूट कर ले गए।

सारी जिंदगी की कमाई लूट कर ले गए। 4 मंजिल में 2 फर्म थी, कम से कम डेढ़ करोड का नुकसान हो गया है। 40 लाख का नुकसान हो गया है। इनकों चाहे कुछ आरक्षण दे दो, मेरी तो दुकान जैसी थी वैसी बनाकर दे दो।

रेडिमेड स्टोर वाले विजय कुुमार का कहना है कि यहां पर जब मिलिटी दौरा करने आई तो इसके बाद यहां से हमें भगा दिया। बाद में उपद्रवी आए और लूट पाट व आगजनी कर भाग गए। 25 लाख रुप्ए का नुकसान हुआ है। सरकार से मांग है कि कर्जा लेकर दुकान चला रहे थे। अब मुआवजा दिया जाए।

माडल टाउन में 3 मंजिला गारमेंटस की दुकान थी। संचालक अनिल कहते है पूरी तरह से बर्बाद हो गए। दुकान से सामान भी नहीं निकाल पाए। कंपनियों से कर्ज ले रखा था। अब बच्चों की स्कूल तक की फीस चुकाने तक के भी पैसे नहीं है। हमारा किसी से झगड़ा नहीं है।

पवन कुमार कहते है कि रेडीमेड की दुकान थी। यहां पर शाम साढे 6 बजे सूचना मिली कि दुकान में आग लग गई है। हमारे सामने दुकान जलती रही, फायर ब्रिगेड भी साथ नहीं आई। उन्होंने भी मना कर दिया। न यहां पानी था, न यहां पर लाइट थी। पूरी जिंदगी की कमाई करीब 70 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। कर्ज चुकाने का भी डर सता रहा है। वहीं, व्यापारी की अफवाह पर स्पष्ट करते हुए पवन ने बताया कि मेरे पिता दिल्ली में फंसे हुए है। दिल्ली में सिस्टर के घर पर फंसे हुए है। रास्ता बंद है। इसलिए नहीं आ पाए है।


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