लोंग दा लिशकारा अमर्यादित शब्द नहीं : कटारिया

punjabkesari.in Saturday, Apr 29, 2017 - 10:06 AM (IST)

नारायणगढ़ (सुशील):पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के प्रति पिछले दिनों अम्बाला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान लोंग दा लिशकारा जैसी टिप्पणी करके चर्चा में आए अम्बाला के भाजपा सांसद रतनलाल कटारिया आज भी अपनी टिप्पणी पर कायम हैं लेकिन वह इस टिप्पणी को अमर्यादित नहीं मानते। शुक्रवार को एक सामाजिक धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद जब मीडिया ने कटारिया से सवाल किया कि उनकी टिप्पणी पर प्रदेश में उनके पुतले जलाए जा रहे हैं तो भाजपा सांसद ने कहा कि खुद मेरे घर की महिला राजनीति में है, पार्टी में सीनियर वाइस प्रैजीडैंट है, मैं कैसे एक महिला के खिलाफ टिप्पणी कर सकता हूं।

साथ ही कटारिया ने यह भी कह डाला कि उन्होंने लोंग दा लिशकारा कहा था जिसका आशय था कि वह दिन लद गए जब लोग ग्लैमर को देख या लोंग के लिशकारे को देख वोट देते थे। अब तो जो जमीन पर काम करेगा वही बनेगा। सांसद कटारिया ने सवाल किया कि इसमें क्या गलत है? यदि इसमें कुछ गलत किया है तो फांसी चढ़ा दो भाई। इस दौरान उनके साथ खड़े राज्यमंत्री नायब सैनी मंद-मंद मुस्कुराते रहे। 


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