रोहतक में सुरक्षा बलों से जाटों की नोकझोंक

punjabkesari.in Sunday, Feb 19, 2017 - 03:23 PM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज):जाट जागृति सेना ने आज सैक्टर-6 में बलिदान दिवस मनाया। जाट समुदाय के लोग दिल्ली बाईपास पर पहुंचे और वहां पर शहीद चौक का बोर्ड लगाकर उसे जाट शहीद का नाम दिया गया। इस मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि सैक्टर 6 में जाट समुदाय के लोगों व पुलिस के बीच कुछ नोंक-झोंक भी हुई। बाद में पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए राहुल दादू व अन्य को रोडवेज की बस में बैठाकर दिल्ली बाईपास तक ले जाया गया, जहां पर उन्होंने राजीव चौक को जाट शहीद चौक का बोर्ड लगाकर उसे जाट शहीद चौक का नाम दिया। इससे पहले जाट समुदाय के लोगों ने जाट शहीद चौक पर हवन किया और जाट आंदोलन के दौरान हुए शहीद लोगों को श्रद्धांजलि दी। जाट जागृति सेना के संयोजक ने कहा कि हमने पहले से ही ऐलान कर रखा था कि 19 फरवरी को हम राजीव चौक को जाट शहीद चौक का दर्जा देंगे और आज इसी कड़ी में हम लोग वहां जा रहे है।

जानिए, जाटों की क्या हैं मांगें
-केन्द्रीय स्तर पर देश भर के हिन्दू, मुस्लिम, सिख, व विश्नोई जाटों को केन्द्र की अो.बी.सी. श्रेणी में शामिल किया जाए तथा हरियाणा, सरकार द्वारा 6 जातियों को दिए गए अारक्षण को हरियाणा उच्च न्यायालय में उचित पैरवी कर बहाल करा कर संसद के इसी सत्र में संविधान की 9वीं सूची में डाला जाए।
-जाट अारक्षण अांदोलन के दौरान दर्ज सभी मुकद्दमों को अविलम्ब वापिस लिया जाए।
-जेलों में बंद युवाओं को तुरंत रिहा किया जाए।
-अांदोलन के दौरान घायलों को मुअावजा और जो अपंग हो गए हैं उनको भी मुअावजा व पक्की सरकारी नौकरी दी जाए।
-अांदोलन के दौरान शहीदों के अाश्रितों को पक्की सरकारी नौकरी दी जाए।
-अांदोलन के दौरान अौर उसके बाद में जातीय वैमनस्य फैलाने वाले सासंद राजकुमार सैनी की एेथिक्स कमेटी से जांच कराकर उसकी संसद सदस्यता रद्द की जाए एवं उस पर और उसके साथियों पर अपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया जाए।
-अांदोलन के दौरान जातीय द्वेष फैलाने वाले दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों की जांच कराकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
-गलत प्रचार को रोका जाए।


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