शहर की सुंदरता को लग रहा है ग्रहण, जगह-जगह पसरी गंदगी

punjabkesari.in Sunday, Aug 18, 2019 - 01:15 PM (IST)

भिवानी (वजीर): शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर स्वच्छता अभियान का दम निकालने के साथ ही शहर की सुन्दरता को भी ग्रहण लगा रहे है। गंदगी के ढेरों के कारण बस्ती के लोगों को जीना दूभर हो रहा है। एक और सरकार स्वच्छता अभियान के प्रसार व प्रचार में लगी हुई है तो दूसरी और शहर में लगे गंदगी के ढेर स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहे हैं। गंदगी के ढेरों से पनपने वाले मच्छरों ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। बारिश के इस मौसम में गंदगी के ढेरों से मलेरिया जैसी बीमारी ने पांव पसारने शुरु कर दिए।

डस्टबिन का नहीं हो रहा प्रॉपर यूज
नगर परिषद में शहर को स्वच्छ बनाने के लिए जगह- जगह डस्टबिन रखे हुए हैं लेकिन यहां पर रोजाना समय पर कूड़े का उठान न होने के चलते गंदगी के ढेर लग जाते हंै। गंदगी के ढेरों में पशु मुंह मारते नजर आते हैं जो कई बार राहगीरों व वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का कारण भी बनते हैं। न.प. की तरफ से जगह पर कूड़ा डालने के लिए डस्टबिन रखे हुए हैं लेकिन अक्सर देखने में आया है कि लोग कूड़े को डस्टबिन में डालने की बजाय कूड़े से भरे पॉलीथिन को दूर से ही डस्टबिन के पास फैंक कर चले जाते हैं जिससे डस्टबिन के पास कूड़े का ढेर लग जाता है। दूसरी तरफ देखा जाए तो समय पर कूड़े का उठान भी नहीं हो रहा है। राहगीर रमेश, अनुजत, पवन व समीर ने बताया कि फैं सी चौक के अलावा शहर में प्रणामी मंदिर, रोहतक गेट  कोकड़ा मार्कीट के समीप, कृ ष्णा कालोनी चौक, दादरी गेट से आगे चलकर ढ़ाणा रोड़, सब्जी मंडी व शहर में अन्य जगहों पर कूड़े का ढेर लगा रहता है।

डस्टबिन के पास पड़ा कूड़ा बना परेशानी का सबब
नगर परिषद की तरफ से शहर में रखी गई डस्टबिन का लोग सही तरीके से प्रयोग नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ समय पर कूड़े का उठान ना होना भी गंदगी के ढेर लगने का एक मुख्य कारण बना हुआ है।
 संयम पर कूड़े का उठान न होने से डस्टबिन के पास पड़ा हुआ कूड़ा सड़क पर आ जाता है जिससे यहां पर पशुओं को जमावड़ा बन जाता है। ये पशु कई बार आपस में लड़ते हुए अचानक सड़़क पर आ जाते है जिससे कई बार वाहन इनकी चपेट आने से चोटिल हो जाते हैं। दुकानदारों ने बताया कि डस्टबिन के आस पास पड़ा कूड़ा आधी सड़क को क वर कर लेता है जिससे शाम के समय यहां पर रोजाना जाम की स्थिति बन जाती है। दुकानदारों ने बताया कि समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है। 


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Isha

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