चिकित्सा के क्षेत्र में नई संभावनाओं के लिए आर्टेमिस हॉस्पिटल एवं जिम्स ने मिलाया हाथ
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 06:51 PM (IST)

गुरुग्राम, ब्यूरो: आर्टेमिस हॉस्पिटल एवं गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (जिम्स) ने चिकित्सा के क्षेत्र में शोध एवं मरीजों की बेहतर देखभाल के लक्ष्य के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी का एलान किया है। इसके समझौते के तहत दोनों संस्थान क्लीनिकल ट्रायल एवं शोध की विभिन्न पहल के लिए मिलकर काम करेंगे।
आर्टेमिस हॉस्पिटल के प्रवक्ता डॉ. (ब्रिगेडियर) अनिल खेतरपाल ने कहा, ‘मास्टर सर्विस एग्रीमेंट (एमएसए) पेशेंट केयर को बेहतर करने और चिकित्सा के क्षेत्र में नई उपलब्धियों को लेकर हमारी प्रतिबद्धता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जिम्स के साथ साझेदारी के माध्यम से हमारा लक्ष्य इनोवेटिव ट्रीटमेंट के विकास को गति देना और मरीजों के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लाना है। हम इस साझेदारी और इसकी क्षमता को लेकर उत्साहित हैं।’
जिम्स के प्रवक्ता डॉ. (ब्रिगेडियर) राकेश गुप्ता ने कहा, ‘हमारी साझेदारी के तहत एथिकल प्रैक्टिस (नैतिक प्रक्रियाओं) और सभी जरूरी नियमनों के अनुरूप क्लीनिकल ट्रायल के दौरान सर्वोच्च गुणवत्ता के मानकों का पालन करते हुए मरीजों के कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ-साथ हम नए विचारों को समर्थन देने और हेल्थकेयर स्टार्टअप्स के विकास को गति देने के लिए भी उत्सुक हैं।’
चिकित्सा के क्षेत्र में प्रगति के दौरान मरीजों को सर्वश्रेष्ठ संभव देखभाल देने की हमारी प्रतिबद्धता इस साझेदारी के केंद्र में है।
हमारे प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित हैं:
• जिम्मेदारी के साथ मेडिकल नॉलेज में विस्तार: नए विचारों को प्रोत्साहित करना और मेडिकल रिसर्च में सर्वोच्च नैतिक मानकों का पालन करते हुए क्लीनिकल ट्रायल में हिस्सा लेने वालों की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना।
• मरीजों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इनोवेटिव ट्रीटमेंट विकसित करना: ध्यान से तैयार किए गए क्लीनिकल ट्रायल्स के माध्यम से नवीनतम मेडिकल ट्रीटमेंट एवं टेक्नोलॉजी को विकसित एवं क्रियान्वित करना, जिसमें मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए, खतरा न्यूनतम हो और लाभ की संभावना अधिकतम हो।
• जानकारीपूर्ण एवं नैतिक प्रक्रियाओं के माध्यम से मरीजों के लिए बेहतर नतीजे पाना: अत्याधुनिक मेडिकल प्रमाणों का प्रयोग करते हुए मरीजों की देखभाल एवं इलाज के परिणाम को बेहतर करने पर फोकस करना। हमारे क्लीनिकल ट्रायल पारदर्शिता के साथ किए जाते हैं, जिसमें मरीजों को पूरी जानकारी दी जाती है और सुनिश्चित किया जाता है कि मरीज स्वेच्छा से उसका हिस्सा बनें। साथ ही उनके कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा जाता है।
कार्यक्रम के दौरान आर्टेमिस की ओर से डॉ. (ब्रिगेडियर) अनिल खेतरपाल, डॉ. उदय हार्ले, वीरेंद्र सिंह और डॉ. गरिमा श्रीवास्तव ने हिस्सा लिया। जिम्स की तरफ से डॉ. (ब्रिगेडियर) राकेश गुप्ता, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. विवेक गुप्ता, डॉ. एकता अरोड़ा, डॉ. रवि और डॉ. मुकेश ने प्रतिनिधित्व किया। हमें भरोसा है कि आर्टेमिस हॉस्पिटल एवं जिम्स दोनों नए मेडिकल समाधान खोजने और मरीजों को बेहतर देखभाल देने की दिशा में अग्रणी बनकर सामने आएंगे। साथ मिलकर काम करते हुए हमें नई खोज करने की उम्मीद है, जिनसे दवाओं को बेहतर बनाया जा सकेगा। हमें लोगों को लंबी उम्र एवं गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने में मदद करने का भी भरोसा है। साथ ही हम हेल्थकेयर सेक्टर में सभी को मिलकर काम करने में मदद करने और सर्वोच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।