न्याय के मंदिर में भी नवीन गोयल मिला अधिवक्ताओं का पूर्ण साथ व समर्थन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 24, 2024 - 07:57 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुरुग्राम को बेहतर बनाने के मिशन को लेकर चल रहे गुडग़ांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल मंगलवार को न्याय के मंदिर अदालत परिसर पहुंचे। अधिवक्ताओं व कोर्ट के कर्मचारियों के साथ उन्होंने बैठक की। नवीन गोयल ने न्यायालय परिसर में बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके नमन किया। उनके साथ काफी वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।
इस बैठक में उन्होंने न्याय प्रणाली से जुड़े लोगों से आग्रह किया कि गुडग़ांव की बेहतरी के लिए सबका साथ चाहिए। सभी के साथ हम अपने शहर को हर तरह से अव्वल बनाने में कामयाब हो पाएंगे। नवीन गोयल का कोर्ट में वकीलों ने स्वागत किया। उन्हें चुनाव में हर संभव मदद देने का आश्वासन भी किया। इस दौरान नवीन गोयल ने कहा कि गुरुग्राम शहर के वर्तमान हालातों से सभी वाकिफ हैं। वे किसी को दोष की बजाय यहां जनता का सहयोग, समर्थन और आशीर्वाद मांगते हैं, ताकि इन स्थितियों में सुधार किया जा सके। गुरुग्राम के समग्र विकास का उद्देश्य लेकर वे चले हैं।
उनकी सोच और विचार में गुरुग्राम का विकास ही महत्वपूर्ण है। नवीन गोयल ने कहा कि न्याय के मंदिर में वे गुरुग्राम को बेहतर बनाने का एक रास्ता लेकर आए हैं। इस रास्ते पर हम सब मिलकर चलेंगे और अपने शहर के विकास में अपनी भूमिका निभाएंगे। नवीन गोयल ने कहा कि गुरुग्राम को बेहतर, सशक्त, समृद्ध एवं पूर्ण विकसित बनाने की दिशा में हम सभी को साथ मिलकर काम करना है। जन-जन को उनका अधिकार दिलाकर सभी सुविधाएं उपलब्ध करानी है। वे सभी से निवेदन करते हैं कि 5 अक्टूबर को 12 नंबर पर कांच के गिलास का बटन दबाएं और अपने गुरुग्राम को विजयी बनाएं।
नवीन गोयल ने कहा कि एक शिक्षित वर्ग होने के नाते सभी अधिवक्तागण इस बात को भली-भांति जानते हैं कि हम मूलभूत सुविधाओं की कितनी कमी महसूस कर हैं। वे चाहते हैं कि गुरुग्राम में जो भी काम हो, वह पूरी प्लानिंग से हो। आनन-फानन में किए कार्यों में मजबूती नहीं आ सकती। इसलिए हमें योजनाबद्ध तरीके से अपने शहर को बेहतर बनाने पर काम करना है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अधिवक्ताओं के चैंबर, टावर ऑफ जस्टिस का जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कराने का काम किया जाएगा। गुरुग्राम जैसे महानगर में न्यायालय की अपनी इमारत अधूरी पड़ी है। इसमें कहीं ना कहीं इच्छाशक्ति की कमी नजर आती है। अब तक यह काम पूरा हो जाना चाहिए था। पुराना अदालत परिसर बरसाती पानी में डूबा रहता है। वकीलों के चैंबर में जाने का सुगम रास्ता तक नहीं है। वकीलों के चैंबर बहुत ही भीड़भाड़ व संकरी गलियों में हैं। इन स्थिति को भी बेहतर करने पर काम किया जाएगा।