कचरा निस्तारण के लिए निगम के राजस्व को चूना लगा रहे अधिकारी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 17, 2021 - 09:05 PM (IST)


गुडग़ांव (कृष्ण कुमार): नगर निगम अधिकारी बंधवाड़ी प्लंाट में बने कचरे के पहाड़ों का निस्तारण करने के लिए ईको ग्रीन के साथ अब कार्य एक अन्य एजेंसी को देने की तैयारी में है। निगम ने टेंडर लगाकर उसे खोल भी दिया है। वहीं निगम अधिकारियों ने तानाशाही करते हुए नगर निगम की वित्त एंव संविदा कमेटी की बिना अनुमति ही यह टेंडर लगा दिया। जब ईको ग्रीन कंपनी को निगम ने करोड़ों रूपयों में कचरा उठाने व उसका निस्तारण कार्य दिया हुआ है बावजूद इसके निगम अधिकारी अब अन्य एजेंसी से पुराने कचरे का निस्तारण करवाना चाह रहे हैं। इस एजेंसी को निगम की तरफ से अभी दो लाख टन कचरे का निस्तारण करने का कार्य दिया है। यह एजेंसी 921 रुपये प्रति टन के हिसाब से कचरे का निस्तारण करेगी, जबकि ईको ग्रीन कंपनी एक हजार रूपये में शहर में घर-घर से कचरा उठाकर नए व पुराने कचरे का निस्तारण कर रही है। 
बता दें कि बंधवाड़ी प्लांट में लगे कचरे के पहाड़ों को कम करने के लिए नगर निगम की तरफ से लाख कोशिश करने के बाद भी पहाड़ कम नहीं हो रहे हैं। अब इन कचरे के पहाड़ को समाप्त करने के लिए निगम अधिकारियों ने निगम के करोड़ों रूपयों के राजस्व को भी चपत लगानी शुरू कर दी है। कचरे के पहाड़ न जाने कब समाप्त होंगे, लेकिन यहीं हालात रहे तो जल्द ही निगम का राजस्व जरुर समाप्त हो जाएगा। बता दें कि हरियाणा सरकार ने बंधवाड़ी प्लांट में लगे कचरे के पहाड़ों के निस्तारण के लिए और घर-घर से कचरा उठाने के लिए ईको ग्रीन कंपनी को 330 करोड़ का कार्य दिया हुआ है। फिलहाल इस एजेंसी को दो लाख टन कचरे का निस्तारण करना है।
निजी एजेंसी को ऐसे फायदा पहुंचा रहे निगम अधिकारी
नगर निगम की तरफ से ईको ग्रीन कंपनी को 310 रुपये प्रति टन के हिसाब से बंधवाड़ी प्लांट में पुराने कचरे का निस्तारण करने की एवज में दिए जा रहे हैं। कचरा निस्तारण करने के लिए ईको ग्रीन कंपनी ने करीब 17 ट्रोमल मशीनें लगा रखी है। वहीं अब जो टेंडर नगर निगम की तरफ से दिया जा रहा है उसमें एजेंसी को नगर निगम सिर्फ पुराने कचरे के निस्तारण के लिए 921 रुपये प्रति टन के हिसाब से देगा। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि निगम अधिकारी एजेंसी को फायदा पहुंचाने के लिए तीन गुने दामों में कार्य देकर सीधे तौर पर निजी एजेंसी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
प्लांट में कचरा निस्तारण मशीनें लगाने की नहीं है जगह
निगम सूत्रों के अनुसार बंधवाड़ी प्लांट में पहले से ही करीब 28 एकड़ जमीन में कचरे के पहाड बने हुए हैं, इनके निस्तारण के लिए चारों ओर 17 ट्रोमल मशीनें ईको ग्रीन कंपनी की तरफ से लगाई हुई है। सोचने वाली यह है कि जब तीन वर्षों में नगर निगम ईको ग्रीन कंपनी को जगह नहीं दे पाया है तो फिर निजी एजेंसी कैसे बंधवाड़ी प्लांट में कचरे का निस्तारण करेगी।
वित्त एवं संविदा कमेटी से भी नहीं ली अनुमति 
जब भी नगर निगम में 50 लाख से ऊपर के जो भी कार्य होते हैं उन कार्यों की अनुमति वित्त एंव संविदा कमेटी से लेनी होती है, लेकिन कचरे के निस्तारण के लिए एजेंसी को जो करीब 18 करोड़ रुपये का कार्य दिया जा रहा है इसके लिए निगम अधिकारियों ने कोई भी वित्त एंव संविदा कमेटी की अनुमति नहीं ली। इस मामले को लेकर मेयर मधु आजाद ने भी संज्ञान लिया है। 
वर्जन
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। इसको लेकर निगमायुक्त को भी पत्र लिखा गया है कि अगर ऐसे कोई बड़े टेंडर लगाए जाते है उसमें वित्त एंव संविदा कमेटी को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए। जो कि निगम अधिकारियों ने इस मामले में ऐसा कुछ नहीं किया है। मधु आजाद, मेयर, नगर निगम, गुरुग्राम।
वर्जन
यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। इसकी कोई जानकारी मेरे पास नहीं है। अगर ऐसा कुछ है तो उसकी जांच होगी। हरिओम अत्री, संयुक्त आयुक्त, मुख्यालय, नगर निगम, गुरुग्राम।
 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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