द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड केवल उन व्यवसायों में निवेश जो जीव-जंतुओं, समाज या पर्यावरण को हानि ना हुँचाए
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 06:31 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड का द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड भले ही देश का पहला एथिकल फंड न हो, लेकिन यह वास्तव में एक “शुद्ध एथिकल फंड” है, जो अपने निवेश को पूरी तरह उन कंपनियों और क्षेत्रों तक सीमित रखेगा जो गुड कर्मा इन्वेस्टिंग और सत्विक दर्शन के अनुरूप हैं। यह न्यू फंड ऑफर (NFO) अब खुला है और 8 अक्टूबर तक खुला रहेगा। अहिंसा के सिद्धांत के अनुरूप, द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड जुआ, शराब, तंबाकू, नशीले पदार्थ, चमड़ा, मांस और पोल्ट्री, कीटनाशक, तथा किसी भी प्रकार की पशु क्रूरता से जुड़े उद्योगों में निवेश नहीं करेगा। ये केवल “फिल्टर” नहीं हैं, बल्कि सत्विक निवेश की आध्यात्मिक नींव हैं। यह दृष्टिकोण विशेष महत्व रखता है क्योंकि अधिकांश एथिकल फंड्स जो NIFTY 500 Shariah TRI Index से बेंचमार्क किए जाते हैं, उनमें FMCG सेक्टर की कुछ कंपनियाँ शामिल हैं जो मांस या पोल्ट्री उत्पादों से संबंधित हो सकती हैं।
हालांकि द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड भी इसी इंडेक्स के अनुरूप बेंचमार्क किया गया है, फिर भी इसने एक सचेत निर्णय लिया है कि यह किसी भी ऐसी कंपनी में निवेश नहीं करेगा जो मांस या पोल्ट्री उत्पादों के व्यवसाय से जुड़ी हो। यह ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम जीवन के सत्विक सिद्धांतों—पवित्रता, करुणा और अहिंसा—पर आधारित है। इस फंड की एक अन्य विशिष्ट विशेषता यह है कि यह अपनी कुल परिसंपत्तियों का 20% तक वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में निवेश कर सकता है, जिसमें कई ब्लू-चिप कंपनियाँ शामिल हैं जो ऐतिहासिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करती रही हैं—जबकि ये कंपनियाँ NIFTY 500 Shariah TRI Index में शामिल नहीं हैं। एथिकल इन्वेस्टिंग जिम्मेदार निवेश का सबसे व्यक्तिगत रूप है क्योंकि यह निवेशक के पोर्टफोलियो को सीधे उनके मूल्यों के साथ जोड़ता है—केवल रेटिंग स्कोर या व्यापक थीम्स के साथ नहीं इस फंड के लॉन्च के साथ, द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड एक ऐसे वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है, जहाँ धर्म और धन (Dharma and Dhan) का संतुलन बना रहे, जिससे व्यक्तिगत समृद्धि के साथ-साथ सार्वभौमिक कल्याण में भी योगदान हो।
द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड की संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मधु लुनावत ने कहा “सच्ची संपत्ति केवल संचय नहीं है, बल्कि आत्मा, समाज और पर्यावरण का उत्थान है। द वेल्थ कंपनी एथिकल फंड हमारी जड़ों की ओर लौटने की यात्रा है जहाँ समृद्धि पवित्रता से उपजती है, मूल्यों से निर्देशित होती है और करुणा के साथ साझा की जाती है। यह गुड कर्मा इन्वेस्टिंग है—एक सत्विक तरीका जिससे धन बढ़ता है, बिना किसी को हानि पहुँचाए।” इस फंड का संचालन अनुभवी फंड मैनेजर अपर्णा शंकर, CIO–Equity, द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड द्वारा किया जाएगा, जिनके पास तीन दशकों से अधिक का रिसर्च-ड्रिवन इन्वेस्टमेंट अनुभव है।
इस बीच, वैश्विक आंकड़ों से यह भी स्पष्ट होता है कि सस्टेनेबल फंड्स मध्यम और दीर्घकाल में प्रदर्शन से समझौता नहीं करते। उदाहरण के लिए, NIFTY 500 Shariah Index ने पारंपरिक इंडेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है 2009 से 2025 के बीच इसने लगभग 16% CAGR दिया है, जबकि Nifty 500 ने लगभग 14% और Nifty 50 ने लगभग 13% CAGR (स्रोत: Investing.com, NSE India; डेटा अगस्त 2025 तक) हालांकि, पिछले प्रदर्शन भविष्य में जारी रहेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है। डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, योजना से संबंधित सभी दस्तावेज सावधानीपूवर्क पढ़ें। पिछला प्रदर्शन भविष्य में बना भी रह सकता है और नहीं भी।न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) के दौरान दी गई उपरोक्त प्रोडक्ट लेबलिंग स्कीम की विशेषताओं या मॉडल पोर्टफोलियो के आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित है। एनएफओ के बाद वास्तविक निवेश होने पर यह बदल सकता है।