कबूतरबाजी का शिकार हुए तो कोरोना के कारण लौटे वतन, अब इंसाफ की मांग

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 10:56 AM (IST)

करनाल (केसी आर्या): अमेरिका से डिपोर्ट किए गए नागरिकों में 25 युवक करनाल जिले के रहने वाले हैं, जो कबूतरबाजी और धोखाधड़ी का शिकार हुए थे। अब इन युवकों के परिजनों ने एसपी सुरेन्द्र भौरिया से मुलाकात की, जिसके बाद उनकी शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। धोखाधड़ी व कबूतर बाजी के मामले में चार फर्जी एजेंटों को गिरफ्तार भी किया गया है। पीड़ितों ने बताया है कि आरोपियों ने उन्हें अमेरिका भेजने के नाम पर 25 लाख रूपये तक भी ऐंठे हैं।

पंजाब केसरी की टीम से बात करते हुए तीन परिवारों ने बातचीत में बताया कि उन्होंने अपने लड़कों को जमीनें बेचकर अमेरिका भेजा था। उन्होंने बतााया कि उनके लड़के विदेश भेजने वाले एजेंटों के झांसे में आकर डुप्लीकेट वीजा से अमेरिका चले तो गए, लेकिन वहां पुलिस के हत्थे चढ़ गए और जेल की हवा खानी पड़ी। तकरीबन साल भर जेल में रहने के बाद जब कोरोना काल आया तो सरकार ने उनको डिपोट कर वापिस भारत भेज दिया। 

युवकों के वापस आने पर परिवार में एक तरह से संतान का संतोष तो है, लेकिन गाढ़ी कमाई के पैसे गंवा देने का दुख उन्हें खून के आंसू रुलाता है। धोखाधड़ी के शिकार परिवार ने अब इन्साफ की गुहार लगाई है।



फिलहाल, पुलिस ने केस दर्ज कर चार एजेंटों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सुरेंदर सिंह भौरिया ने बताया कि इस मामले में एजेंटों को गिरफ्तार करने के साथ जांच शुरू कर दी है। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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Shivam

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