यमुनानगर पर सोम नदी का कहर, 25 गांव डूबे...सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद

punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2024 - 04:50 PM (IST)

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में हुई वर्षा के बाद सोम नदी ऊफान पर है, जिसके कारण यमुनानगर जिला बाढ़ की जद में आ गया है। जिले के जहां दर्जनों गांव पानी की चपेट में आ गए हैं तो वहीं सैकड़ों एकड़ फसल भी तबाह हो गई। पानी लोगों के घरों में घुस गया है।

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यमुनानगर में सोम नदी का तटबंध जहां मलिकपुर बांगर में लगभग 300 फुट टूट गया, वहीं एक हिस्से में कुछ लोगों ने नहर की पटरी को तोड़ दिया। जिसके चलते आधा दर्जन गांव पानी की चपेट में आ गए। जल सेवाएं मंडल के एसडीओ की शिकायत पर बिलासपुर पुलिस ने लगभग एक दर्जन लोगों के खिलाफ पटरी तोड़ने को लेकर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। लोगों के पटरी तोड़ते हुए वीडियो भी रिकॉर्ड किए गए हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि स्थानीय लोगों ने पटरी तोड़ी है, जिसके बाद पानी दूसरी तरफ चला गया। इससे काफी ज्यादा नुकसान हुआ, लगभग 25 गांव डूब गए।

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मलिकपुर बांगर में लोगों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसडीम बिलासपुर देवेंद्र शर्मा ने लोगों को समझा कर  जाम खुलवाया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि टूटे बांध की तुरंत मरम्मत शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मशीनरी आ चुकी है, जल्द ही मरम्मत का काम शुरू होगा।

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वहीं सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आर एस मित्तल ने बताया कि हिमाचल में हुई वर्षा से 10000 क्यूसेक क्षमता वाली सोम नदी में 24000 क्यूसेक पानी आ गया। जिसके चलते एक जगह 300 फुट का कटाव हुआ। इसी के चलते कुछ गांव में पानी चला गया। आबादी में भी गया, जिन्हें पंप की सहायता से निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि साडोरा में नकटी नदी में भी पानी आ गया वहां भी पंप लगाकर लोगों के घरों से पानी निकाला जा रहा है।

पहाड़ी इलाकों में हुई वर्षा का खामियाजा मैदानी इलाकों में यमुनानगर जिले को उठाना पड़ता है। सिंचाई विभाग ने कई तरह के दावे किए थे, लेकिन उसके बावजूद पानी ज्यादा आने से वह सारे दावे फेल साबित हुए। और पानी गांव में और आबादी में जा घुसा जिससे भारी नुकसान हुआ।

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Content Editor

Saurabh Pal

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