हरियाणा में यू.के. स्ट्रेन के 275 नए मामलों ने चिंता बढ़ाई, इन जिलों में नए स्ट्रेन का ज्यादा कहर

punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 09:21 AM (IST)

ब्यूरो: हरियाणा में कोविड के यू.के. स्ट्रेन की धमक बढऩे से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। प्रदेश में अब तक करीब 275 यू.के. स्ट्रेन के नए मामले सामने आए हैं। इनमें से ज्यादातर मामले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के तीन जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत के अलावा जी.टी. रोड के दो जिले शामिल हैं। हालांकि इससे पहले प्रदेश में सिर्फ एक दर्जन कोविड संक्रमितों में ही नए स्टे्रन की पुष्टि हुई थी, लेकिन 18 अप्रैल की शाम को दिल्ली की जांच से जो रिपोर्ट आई उसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो नया स्टे्रन खतरनाक जरूर है, लेकिन इलाज सभी का एक ही है और इसके लिए प्रदेश भर में हिदायत जारी की गई है।

‘9 जिलों में कांटैक्ट ट्रेसिंग बेहद खराब’
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश के 9 जिलों में सबसे कम कांटैक्ट टे्रसिंग है। इनमें नूंह में 20 फीसदी, पलवल में 16, कैथल में 13, जींद में 5, फतेहाबाद में 6.6, फरीदाबाद में 7.5 , पानीपत में 7.79, रेवाड़ी में 8.25, महेंद्रगढ़ में 8.75, चरखी दादरी में 8.81, यमुनानगर में 9.25, रोहतक में 9.36 और करनाल में 9.7 फीसदी का रेशो है। यह हाल तब है जब केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को टे्रसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमैंट पर जोर देने के सख्त आदेश दिए गए हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो सभी जिलों में संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों की लगातार पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।  

‘दिल्ली में बेड नहीं होने से हरियाणा में दाखिल हो रहे मरीज : विज’ 
एन.सी.आर. में लगातार मरीजों की संख्या सामने आने पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में जितने भी मरीज आ रहे हैं वह केवल तीन जिलों से हैं। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम, फरीदाबाद व सोनीपत में कुल हरियाणा के 50 प्रतिशत मरीज हैं। दिल्ली में मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही, जिसके कारण वह हरियाणा में आ रहे हैं। विज ने कहा कि हम मरीजों को धक्का तो नहीं मार सकते और हम सभी को सुविधाएं व इलाज देने का प्रयास कर रहे हैं। विज ने कहा कि सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

‘केजरीवाल विज्ञापन के बजाए, संसाधनों पर खर्च करें पैसा’ 
देशभर में कोरोना के बढ़़ रहे मरीजों के बाद संसाधनों की कमी को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर विज ने कहा कि जितनी भी विपक्ष की सरकारें हैं वह जान बूझकर यह मुद्दा उठा रही हैं, जबकि संसाधन उपलब्ध करवाने का दायित्व उनकी सरकारों का है। विज ने कहा कि केजरीवाल विज्ञापन पर पैसा खर्च कर रहे हैं, यदि कोई संसाधन की कमी है तो वह व्यवस्था कर लें, जो वह विज्ञापन पर खर्च कर रहे हैं वह दवाईयों पर खर्च कर लें। यदि कोई दवाई हिंदुस्तान से नहीं मिल रही तो उसे विदेश से मंगवा लें।

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Content Writer

Isha

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