एक नहीं दो नहीं बल्कि कुल 57 महिलाओं के गले से तोड़ी चेन, लेकिन अब पकड़ा गया ‘चेन स्नेचर गैंग’
punjabkesari.in Wednesday, Mar 16, 2022 - 07:47 PM (IST)
रेवाड़ी(महेंद्र): पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसने मानों चेन स्नैचिंग जैसे क्राइम करने में महारत हासिल कर रखी हो। आरोपियों ने अपने मनसूबों को कामयाब बनाने के लिए हर तरह की कोशिश की लेकिन आखिर में पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए।
दरअसल, पुलिस ने जो गिरोह पकड़ा है उसने दो साल में 57 महिलाओं के गले से सोने की चेन तोड़ी है। बताया ये जा रहा है कि अकेले रेवाड़ी में ही आरोपियों ने 37 वारदातों को अंजाम दिया है वहीं 20 वारदातें को गुरुग्राम में अंजाम किया गया है। पुलिस ने पकड़े गए तीनों बदमाशों से देसी कट्टा, सोने की चेन और बाइक बरामद की है।
पकड़े गए गिरोह के बदमाश मेवात एरिया के रहने वाले युसुफ, सलीम और नसीम हैं। तीनों को CIA-2 धारूहेड़ा की टीम ने ताउडू एरिया से गिरफ्तार किया। इनके पीछे सीआईए 2 माह से ज्यादा वक्त से लगी हुई थी, लेकिन पुलिस की घेराबंदी की वजह से बदमाश अन्य जिलों में छिपकर वारदातों को अंजाम देने लगे। ताजी वारदात की जांच में तीनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
रेवाड़ी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि तीनों बदमाश बहुत शातिर हैं। वारदात के वक्त बदमाशों के पास असलहा होता था। एक वारदात को 2 बदमाश एक बार में अंजाम देते थे। वारदात करने के बाद कच्चे रास्तों का प्रयोग करके बदमाश असानी से न केवल ठिकाने पर पहुंचते, बल्कि वहां पहुंचने के बाद अगली वारदात से पहले पल्सर बाइक का कलर ही चेंज कर देते थे।
पुलिस ने बताया कि तीनों बदमाश पिछले 2 साल से रेवाड़ी और गुरुग्राम में लगातार वारदातों को अंजाम देते आ रहे थे। अगर रेवाड़ी पुलिस की तरफ से सख्ती होती तो गुरुग्राम में वारदात करने पहुंच जाते और गुरुग्राम में सख्ती होने पर रेवाड़ी में वारदात करते।
बदमाशों ने रेवाड़ी में चेन स्नैचिंग की 37 और गुरुग्राम में 20 वारदातें कबूल की हैं। इनमें 16 वारदात बदमाशों ने धारूहेड़ा एरिया और 21 वारदातें रेवाड़ी शहर में अंजाम दीं। पकड़े गए दो बदमाशों पर इन 57 वारदातों के अलावा कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
युसुफ पर 11 मामले गुरुग्राम, नूंह और फरीदाबाद में दर्ज हैं, जबकि नसीम के खिलाफ 3 मामले नूंह और गुरुग्राम में दर्ज हैं। पुलिस की मानें तो तीनों बदमाश पुलिस से बचने के लिए रेगुलर की बजाए महीनों में वारदात को अंजाम देते थे। अगर पुलिस की सख्ती ज्यादा हो जाए तो लगातार 15 दिन तक वारदात नहीं करते थे। 2 साल तक बदमाशों के पकड़े नहीं जाने के सवाल पर एसपी राजेश कुमार ने बताया कि आरोपियों ने बहुत-सी वारदातें धारूहेड़ा एरिया में की हैं।
यह इलाका मेवात और राजस्थान से लगता है। वारदात करने के कुछ मिनट बाद बदमाश जिले की सीमा क्रॉस कर लेते थे। दूसरे जिले या फिर स्टेट की पुलिस से संपर्क करने तक आसानी से बच निकलते थे। बदमाशों से वारदातों में प्रयुक्त दो बाइक और तोड़ी गई एक सोने की चेन बरामद की गई है।
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