मरीज के लिए डॉक्टर जीवनदाता से कम नहीं होता: ज्ञानचंद गुप्ता

punjabkesari.in Sunday, Mar 05, 2023 - 07:36 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि डॉक्टरी का पेशा सबसे जिम्मेदारीभरा पेशा है और अनेक परिस्थितियां ऐसी भी आती हैं। जब मरीज के लिए डॉक्टर जीवनदाता से कम नहीं होता। इसलिए वे अपने स्किल को अपडेट करने के साथ-साथ डॉक्टर समुदाय के नैतिक सिद्धांतों की पालना भी करें।

गुप्ता आज आज  पंचकूला में इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन की पंचकूला इकाई द्वारा आयोजित कॉफ्रेंस IMACON-2023 में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने परंपरागत दीप प्रज्जवलित कर कॉफ्रेंस का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नगर निगम महापौर कुलभूषण गोयल भी उपस्थित थे। गुप्ता ने कहा कि हमारे समाज में भगवान के बाद यदि किसी पर सबसे अधिक भरोसा किया जाता है तो वह डॉक्टरों पर किया जाता है। भगवान के बाद इस पेशे को लेकर समाज में सम्मान की भावना भी कहीं ज्यादा है। आज इस पेशे नें देशों की भौगोलिक सीमाओं को तोड़ते हुए विश्व भर में सम्मानजनक स्थान बनाया है और इसी कारण डॉक्टरों की जिम्मेदारी कहीं ज्यादा बढ जाती है।

उन्होंने कहा कि इस कॉफ्रेंस में पंचकूला, चण्डीगढ़ और मौहाली से आए डॉक्टरों को आईएमए द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के साथ-साथ डूज़ एण्ड डोंटस और मेडिकल ऐथिक्स के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि हालांकि अधिकतम डॉक्टर इन दिशा-निर्देशों की पालना करते हैं परंतु कुछ डॉक्टरों द्वारा पालना न करने की वजह से पूरा डॉक्टर समुदाय प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जब 2015 में हरियाणा के पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की शुरूआत की थी उस समय हरियाणा का लिंगानुपात 833 था परंतु यह खुशी की बात है कि आज प्रदेश का लिंगानुपात बढकर लगभग 913 हो गया है और इसमें डॉक्टरों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि यदि आईएमए का सहयोग इसी प्रकार मिलता रहा तो लिंगानुपात में और सुधार होगा।

गुप्ता ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व भारत सहित पूरे विश्व को कोविड जैसे भयानक संकट का सामना करना पड़ा। परंतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृढ निश्चय और डॉक्टरों के सहयोग से भारत ने कोविड पर नियंत्रण पा लिया है। उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान पंचकूला में सरकारी व निजी अस्पतालों ने इस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए सरकार का पूर्ण सहयोग किया परंतु कुछ अस्पतालों ने सरकार के दिशा-निर्देशों की उल्लघना की और गरीब व मुसीबत में फंसे लोगों से इलाज के नाम पर अधिक पैसे वसूले। हालांकि राज्य सरकार के हस्तक्षेप  के बाद अस्पतालों को वह राशि लोगों को लौटानी पड़ी। उन्होंने आईएमए से आहवान किया कि यदि उनके संज्ञान में इस तरह के अनैतिक मामले सामने आएं तो वे अपने स्तर पर भी उनका कड़ा संज्ञान लें ताकि कोई भी डॉक्टर या अस्पताल इस प्रकार के कृत्यों को न दोहराये। 

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा सराकर ने गरीब व जरूरतमंद लोगों के निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करावने के लिए चिरायु हरियाणा योजना लागू की है। इस योजना के तहत 1.80 लाख सालाना तक की आय वाले परिवारो को सरकारी व निजी अस्पतालों में 5 लाख रूपए तक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है कि जब तक पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का जीवन स्तर नहीं उठाया जाता तब तक हमारी स्वतंत्रता बेमानी है। उन्होंने आइएमए से आहवान किया कि वे गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएं और सरकार की गरीबों को मुफत इलाज की योजना को लागू करने में अपना योगदान दें। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. मुक्ता कुमार, इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन पंचकूला के संरक्षक डॉ. डीएस वर्मा, अध्यक्ष डॉ. सुनील मल्होतरा, सचिव डॉ. सलील अग्रवाल, ट्रेजरार डॉ. ऋषि नागपाल सहित ट्राईसिटी के विभिन्न डॉक्टर उपस्थित थे। 

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma

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