कुठियाला को हटाने के लिए आगे आए अभय
punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2019 - 10:47 AM (IST)
चंडीगढ़ (पांडेय): हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के चेयरमैन एवं माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बी.के. कुठियाला को उनके पद से हटाने के लिए अब विपक्ष भी आगे आ गया है। इसी कड़ी में इनैलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि भोपाल के एक न्यायालय की उद्घोषणा के बाद हरियाणा के उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष बी.के. कुठियाला को तुरंत प्रभाव से उनके पद से मुक्त किया जाना चाहिए और उन पर दबाव बनाया जाना चाहिए कि वह जांच के लिए अपने आपको भोपाल में न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें।
अभय ने उन खबरों के संदर्भ में यह पत्र लिखा जिनमें कहा गया था कि कुठियाला पर भारतीय दंड संहिता की धारा 409,420,120बी और मध्यप्रदेश सार्वजनिक सेवा आरक्षण कानून (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग) 1994 तहत आरोप हैं। यह आरोप उनके उस कार्यकाल से संबंधित हैं जब वे माखन लाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल के उप-कुलपति थे। उन्होंने यह भी कहा कि समाचार पत्रों अनुसार कुठियाला मध्यप्रदेश के आॢथक अपराध शाखा के समक्ष जांच के लिए उपस्थित नहीं हुए वहीं 23 जुलाई,2019 को एक न्यायालय की उद्घोषणा के बाद भी जांच के लिए पेश नहीं हुए।
उस उद्घोषणा के अनुसार यदि कठियाला अपने आपको 21 अगस्त, 2019 से पहले न्यायालय के समक्ष पेश नहीं होते तो उनकी चल एवं अचल संपत्ति अटैच की जाएगी। अभय ने कहा कि समाचार पत्रों अनुसार मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव ने हरियाणा के मुख्य सचिव को भी पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे प्रभाव का प्रयोग करते हुए उक्त आरोपी पर जांच के लिए प्रस्तुत होने का दबाव डालें। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में यह हरियाणा सरकार का कर्तव्य है कि वह एक ऐसे व्यक्ति पर दबाव बनाएं जिसे उन्होंने राज्य के एक उच्च एवं जिम्मेदार पद पर स्थापित किया है।
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के दावे हुए फेल
हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के चेयरमैन कुठियाला को उनके पद से हटाने के मामले में गत दिनों शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत करने की बात कही थी लेकिन एक पखवाड़ा बाद भी अब तक कुठियाला को उनके पद से नहीं हटाया गया जबकि भोपाल कोर्ट की ओर से उन्हें भगौड़ा घोषित करने की तैयारी की जा चुकी है।