फानों में आग के बाद एक्शन : गोंदर व रम्बा के सरपंच निलम्बित

punjabkesari.in Friday, Oct 30, 2020 - 10:06 AM (IST)

करनाल: धान के फानों में आग के बढ़ते केस के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। जिले के 2 गांवों में आग के अधिक मामले सामने आने पर गोंदर व रम्बा के सरपंचों को निलम्बित कर दिया गया है। यही नहीं अब तक 407 किसानों पर 10 लाख 27 हजार 500 का जुर्माना लगाया जा चुका है। फानों में आग लगाने की पुष्टि के बाद जल्द ही 110 किसानों पर एफ.आई.आर. दर्ज हो सकती है। 

कृषि विभाग इसके लिए एस.पी. गंगाराम पुनिया को लिखा चुका है। इनमें घरौंडा के 54 और निसिंग के 50 किसान शामिल हैं। यह वह किसान हैं जिन्होंने फानों में आग लगाने के बावजूद भी जुर्माना नहीं चुकाया। जिले में अब तक 870 आगजनी की घटनाएं सैटेलाइट के जरिये सामने आई हैं। इनमें से 671 घटनाएं वैरिफाई हो चुकी हैं। फानों में आग की सबसे अधिक 277 लोकेशन निसिंग ब्लॉक में मिली हैं। वहीं सैटेलाइट ने करनाल ब्लॉक में 159 स्थानों पर फसल अवशेष जलाने की लेाकेशन भेजी। यह हाल तब है जब धान के सीजन से पहले प्रशासन ने बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया। गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक किया।  

डी.सी. ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा 
डी.सी. निशांत कुमार यादव ने गुरुवार को फसल अवशेष प्रबंधन की समीक्षा की। उपायुक्त ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के तहत पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता अभियान जारी है। इसके तहत प्रशासन के उच्च अधिकारी गांव-गांव पहुंचकर ग्राम पंचायत  किसानों को जागरूक कर रहे हैं। डी.सी. ने पिछले वर्ष की तुलना में पराली जलाने से संबंधी आगजनी की घटनाएं अधिक पाए जाने पर गोंदर व रम्बा गांव के सरपंच को निलम्बित करने का निर्णय लिया है। बैठक में एस.डी.एम. असंध साहिल गुप्ता, एस.डी.एम. करनाल आयुष सिन्हा, एस.डी.एम. इंद्री सुमित सिहाग, एस.डी.एम. घरौंडा डा. पूजा भारती, डी.डी.ए. डा. आदित्य प्रताप डबास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।   

गोंदर में 30 और रम्बा में 23 आग के केस 
समीक्षा बैठक में एस.डी.एम. करनाल आयुष सिन्हा ने बताया कि ग्राम पंचायत व किसानों को जागरूक करने के बाद भी गोंदर गांव में आगजनी की 30 घटनाएं सामने आई। वहीं रम्बा में 23 घटनाएं मिली। यह पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हैं। इस पर उपायुक्त ने उक्त गांव के सरपंचों को निलम्बित करने के आदेश जारी किए। उपायुक्त ने सभी एस.डी.एम. को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे गांवों के सरपंचों से सख्ती से निपटें, जो पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में सहयोग नहीं कर रहे। जहां फाने नहीं जलाए गए उन पंचायतों को सरकार सम्मानित करेगी। 

इन गांवों में आगजनी की घटनाएं कम
उपायुक्त ने बताया कि असंध उपमंडल के गांव थल में पिछले वर्ष 15 जगह फानों में आग लगी थी। इस वर्ष यहां एक भी केस नहीं मिला। बिलौना में पिछले वर्ष 21 थी इस साल यहां 3 केस सामने आए। रुकसाना में पिछले वर्ष 19 और इस वर्ष 3 जगह फानों में आग मिली। उपलाना में 24 से घटकर आगजनी के 6 मामले रह गए। डी.सी. ने कहा कि अन्य ग्राम पंचायतों को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। 

98 पंचायतों के पास आधुनिक कृषि यंत्र 
उपायुक्त ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 98 ग्राम पंचायतों में आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए गए हैं। यह कृषि उपकरण किसानों को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। ताकि पराली जलाने की घटनाओं को रोका जा सके। जिले में 249 कस्टम हायरिंग सैंटर पर भी कृषि यंत्र स्ट्रा, बेलर, चॉपर, मल्चर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर आदि उपलब्ध हैं। जोकि किसानों को सस्ती किराए दर पर दिए जाते हैं।


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Bhupinder Ratta

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