'वारदात को अंजाम देकर जिस थाना क्षेत्र के रास्ते से गुजरेंगे अपराधी उस पर होगी कार्रवाई', हरियाणा डीजीपी की पुलिस अधिकारियों को चेतावनी
punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2024 - 05:52 PM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा में अब अपने कार्य में कोताही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभाग सख्ती के मुड़ में आ गया है। इतना ही नहीं अब प्रदेश में अपराधी किसी वारदात को अंजाम देने से पहले और घटना के बाद जिस रास्ते का इस्तेमाल करेंगे, उस रूट के थाना प्रभारी और ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।
जानकारी हरियाणा पुलिस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने पुलिस मुख्यालय में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में दी। इस बैठक में प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित जिला पुलिस अधीक्षकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। बैठक में कानून व्यवस्था सुचारू रखने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
अधिकारियों और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर कई बार दिशा निर्देश व चेतावनी दी गई है, साथ ही अब लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस फील्ड में अपनी मौजूदगी को प्रभावी बनाएं और संदिग्ध लोगों से पूछताछ करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे प्रत्येक स्तर पर कार्यरत अधिकारी अथवा कर्मचारी की काम को लेकर टास्किंग करें।
उन्होंने कहा कि काम को लेकर कर्मचारियों की रिपोर्टिंग व्यवस्था जितनी मजबूत व अच्छी होगी, फील्ड में पुलिस की कार्य प्रणाली उतनी ही बेहतर होगी। उन्हें रोजाना सुबह काम दें और शाम को काम का हिसाब लें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिकारी काम को सुपरवाइज करते रहें।
संदिग्धों से करें पूछताछ
डीजीपी कपूर ने कहा कि काम के दौरान यदि कोई भी अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही बरतता पाया गया तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अपराधी वारदात को अंजाम देने से पहले जिस रास्ते का इस्तेमाल आने के लिए तथा घटना के बाद जाने के लिए करेगा, उस रूट में पड़ने वाले थाना प्रभारी तथा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस फील्ड में संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखें और उनसे पूछताछ करें।
संगठनों के साथ बैठक करें एसपी
शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा पुलिस की क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि जिला अधीक्षक नियमित तौर पर जिलों में नए आपराधिक कानूनों तथा शस्त्र संचालन के कोर्सेज करवाते रहे हैं। जिलों में स्वाट टीमों के रिफ्रेशर कोर्सेज करवाए और उन्हें रिव्यू करते रहे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक अपने जिलों में ज्वेलरों, बैंकों, पेट्रोल पंप तथा व्यापार संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते रहें। इस दौरान उनसे आवश्यक सावधानियां बरतने तथा पुलिस के साथ तालमेल स्थापित करने संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करें।
इसके साथ-साथ जिलों में इंस्टॉल किए गए सीसीटीवी कैमरे सही व उच्च गुणवत्ता के होने चाहिए। पुलिस अधीक्षक इन सीसीटीवी कैमरों को समय-समय पर चेक करते रहें कि ये ठीक से काम कर रहे हैं।
फॉरेंसिक लैब में स्टाफ किया दोगुना
डीजीपी कपूर ने कहा कि हरियाणा पुलिस की फॉरेंसिक साइंस लैब में कार्यरत स्टाफ की संख्या को पहले की अपेक्षा दोगुना कर दिया गया है। अब फॉरेंसिक लैब में भेजे जाने वाले नमूनों की जांच पहले की अपेक्षा जल्दी हो सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिलों में भी फॉरेंसिक लैब स्थापित की जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जिलों में स्थापित होने वाली इन फॉरेंसिक लैब को सुदृढ़ बनाएं ताकि जिलों में एकत्रित होने वाले नमूनों के लिए वह सिंगल पॉइंट ऑफ कलेक्शन हो।
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