कालेज की पढ़ाई के उपरांत विद्यार्थियों को पासपोर्ट के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, सरकरा ला रही है ये नियम

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 10:23 AM (IST)

कुरुक्षेत्र (विनोद खुंगर): कालेज की पढ़ाई के उपरांत विद्यार्थियों को पासपोर्ट के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि कालेज की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत पासआउट होने वाले विद्यार्थियों को पहले केवल डिग्री ही दी जाती थी लेकिन सरकार द्वारा  अब ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कालेज से पासआउट होने वाले विद्यार्थियों को उनका पासपोर्ट भी साथ मिलेगा। ऐसा इस लिए किया जा रहा है ताकि कालेज पढ़ाई के उपरांत विद्यार्थियोंको विदेश जाना है तो तुरंत पासपोर्ट के लिए उन्हें परेशान  नहीं होना पड़ेगा। बताया जाता है कि सरकार द्वारा पासपोर्ट बनाने के लिए कालेजों में ही व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए कालेज स्तर पर पासपोर्ट बनाने का कार्य किया जाएगा। सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन अलग से इस कार्य के लिए कमेटियों का गठन करता है।  विभागीय जानकारी अनुसार सरकार द्वारा भी कालेजों में पासपोर्ट फीस से संबंधित ग्रांट भी जारी की जा रही है। ताकि विद्यार्थियों पासपोर्ट प्रक्रिया में कोई भी बाधा उत्पन्न न हो। ऐसे विभिन्न कालेज प्रशासन विद्यार्थियोंसे संपर्क बनाने में जुटे हुए हैं। कालेजों के शिक्षक विद्यार्थियों  से बातचीत करके पासपोर्ट के फॉर्म भरवा रहे हैं।  

उल्लेखनीय है कि योजना के अनुसार कालेजों में अंतिम वर्ष के विद्यार्थियोंके पासपोर्ट नि:शुल्क बनाए जाने हैं। जिसके लिए विद्यार्थियोंको कोई अतिरिक्त शुल्क देने की जरूरत नहीं है। ऐसे में  तय शेड्यूल के अंतर्गत कालेजों के माध्यम से पासपोर्ट ऑफिस में विद्यार्थी का जब आवेदन भेजा जाएगा, वैसे ही कालेज को मिले ग्रांट में से फीस भी अदा कर दी जाएगी। जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस.एन. गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थियोंको पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते समय जन्म तिथि व पते से संबंधित दस्तावेज देने होते हैं। इनमें मुख्य रूप से दसवीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, बैंक की कॉपी, राशन कार्ड व बिजली बिल इत्यादि शामिल है। हालांकि कोरोना महामारी के चलते भी काफी कम संख्या में विद्यार्थी फॉर्म भरने के लिए पहुंच रहे हैं।  कालेज की पासपोर्ट नोडल  ऑफिसर  डा. प्रीति शर्मा के अनुसार पासपोर्ट बनवाने के लिए विद्यार्थी के सभी दस्तावेजों में एक ही नाम होना चाहिए। विद्यार्थियों का नाम अलग-अलग मिलने व नाम के अक्षर (स्पेङ्क्षलग) भी अलग-अलग मिलने से  पासपोर्ट फॉर्म मंजूर होने में दिक्कत आती है। इसलिए ऐसे विद्यार्थियोंको पहले अपने नाम के सभी दस्तावेजों में ठीक करवाने की बात बताई जाती है ताकि, अंतिम समय में कोई दिक्कत नहीं हो।


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Isha

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