चुनाव आयोग द्वारा तारीख सुनिश्चित के बाद दोनों दल तय करेंगे कि किसे-कहां से चुनाव लड़ना है: निशान सिंह
punjabkesari.in Saturday, Jul 09, 2022 - 11:32 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : स्थानीय निकाय चुनावों में गठबंधन दल भाजपा और जजपा में आई खटास के बाद दोनों दल फिर से एक साथ आए और चुनाव लड़ा। चुनाव परिणाम को भी भाजपा ने संतोषजनक बताया। अब जल्द होने वाले चुनाव भी भाजपा-जजपा द्वारा फिर से एक साथ मिल लड़ने के संकेत जा रहे हैं। जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा है कि पंचायत चुनाव भाईचारे का चुनाव माना जाता है। पंचायत समिति और जिला परिषद को लेकर गठबंधन के लोग चुनाव आयोग द्वारा तारीख सुनिश्चित करने के बाद बैठक में तय करेंगे कि किसे कहां से चुनाव लड़ना है और आगामी रूपरेखा क्या होगी। जिस प्रकार से हमने स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़े है, इसी तर्ज पर प्रयास किये जायेंगे कि जिला परिषद के चुनाव मिलकर लड़े जाए।
अग्निपथ योजना को लेकर हरियाणा प्रदेश में भी लगातार विरोध की तस्वीरें नजर आ रही थी। लेकिन अब देश की सेवा के लिए नौजवान इस योजना के तहत अपनी सेवाएं देने में सहमति दिखा रहे हैं। इस पर भाजपा के सहयोगी दल जजपा के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि इसमें कोई शक नहीं है कि आज देश मे बेरोजगारी बहुत ज़्यादा है। लेकिन अग्निपथ योजना के अंदर युवाओ के इंटरेस्ट को देखते हुए संसोधन किये जायें।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नौजवान इसमें अब बढ़-चढ़कर जिस प्रकार से हिस्सा ले रहे हैं, उन्हें संतुष्टि है, लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग असमंजस में भी हैं कि 4 साल बाद उन्हें वापस आना होगा। इसलिए इस योजना को लेकर पिक्चर क्लियर होना जरूरी है। केंद्र सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। लंबे समय से बगावती सुरों में नजर आ रहे नारनौंद से जजपा विधायक रामकुमार गौतम को बुजुर्ग नेता बताते हुए उनकी टिप्पणियों पर आपत्ति ना होने की बात प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह ने कही है। सिंह ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी भावनाओं को व्यक्त करना सबका अधिकार होता है। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चौ ईश्वर सिंह की शिकायतें भी सुनी है। ईश्वर सिंह हमारे एक मंजे हुए विधायक हैं और उनकी बात उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बड़ी गौर से सुना है और समस्याओं को दूर करते हुए उनके पुत्र और पुत्रवधू को उनकी सहमति अनुसार एडजेस्ट भी किया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार सभी का है।