एंबुलेंस चालक बढ़ा रहे कोरोना का खतरा, लॉकडाउन में कर रहे सवारी ढोने का गोरखधंधा

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2020 - 04:45 PM (IST)

रोहतक: लॉकडाउन के बावजूद कुछ एंबुलेंस चालक पैसे कमाने के लालच में उन्हें मिली छूट का फायदा उठा रहे हैं। इस रैकेट में शामिल एंबुलेंस चालक फर्जी मरीज बनाकर सवारियां ढो रहे हैं, जिससे लॉकडाउन की उल्लंघना के साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की आशंका बढ़ जाती है क्योंकि इस तरह कोरोना का पीड़ित या संदिग्ध चुपचाप एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है। 

हैरानी की बात तो ये है कि जगह-जगह नाकेबंदी कर खड़ी पुलिस की आंखों में ये शातिर लोग बड़ी आसानी से धूल झोंक देते हैं। यदि किसी नाके पर एंबुलेंस को रोकना भी पड़ा तो वे सवारी को मरीज या मेडिकल स्टाफ बता देते हैं और बच निकलते हैं।

बताया जा रहा है कि एंबुलेंस चालक  सवारी को उसके घर तक छोडऩे की पूरी गारंटी लेने के साथ उसे मरीज साबित करने के लिए कार्ड भी बनवा लेते हैं। ये सवारी को सबकुछ समझाबुझाकर एंबुलेंस में बिठाते हैं। चालक एंबुलेंस में लेटे रहने को कहते हैं और नाकों पर पुलिस को खुद संभालने का दावा करते हैं।

पीजीआई के बाहर खड़ी निजी एंबुलेंस के कई चालकों से फर्जीवाड़े का पता चला। पुलिस ने फर्जी ग्राहक भेजकर इस तरह के एक एंबुलेंस चालक को पकड़ा है। डीएसपी गोरखपाल राणा ने बताया कि निर्धारित किलोमीटर रेट से ज्यादा पैसे लेकर पीजीआई से एंबुलेंस में मरीजों की बजाय सवारियां ढोने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर ऑफिस से रीडर को भेजा गया। एक पुलिस कर्मी को ग्राहक बनाकर एंबुलेंस में बैठाया गया। आर्य नगर थाना पुलिस ने नाकाबंदी कर अशोका चौक के पास एंबुलेंस को रुकवाया। इस मामले में पुलिस कर्मी के बयान के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शहर में इस तरह से फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।


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Shivam

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