एक्सक्लूसिव: सरकारी अस्पतालों में 60 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू- विज

punjabkesari.in Thursday, May 06, 2021 - 07:00 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा प्रदेश के 60 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट अति शीघ्र लगाए जाएंगे। यह काम युद्ध स्तर पर होगा। डीएफडीओ तथा एचएलएल द्वारा सभी नए लगने वाले ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट में सिविल व इलेक्ट्रिकल का काम नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया तथा इंफ्रास्ट्रक्चर का काम एचएलएल द्वारा किया जाना है। यह जानकारी हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं निकाय मंत्री अनिल विज ने पंजाब केसरी से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान दी।

 विज ने कहा कि हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए 60 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट प्रदेश के विभिन्न सीएचसी, पीएचसी और सरकारी अस्पतालों में लगाए जाएंगे। 30 बेड वाले अस्पतालों में 100 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगेंगे। जिनमें मौलाना, शहजादपुर, बराड़ा, आमली, बद्दूकला के सीएचसी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि 50 बेड वाले अस्पतालों में 200 लीटर प्रति मिनट उत्पादन के 9 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगने हैं। जिनमें रतिया, वल्लभगढ़, पटौदी, सोहना, हांसी, होडल, समालखा, कलायत, गुहला के पीएससी शामिल हैं। 500 लीटर प्रति मिनट के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट जोकि डीआरडीओ द्वारा 100 बेड वाले अस्पताल में लगाए जाने हैं। जिनमें नारायणगढ़, चरखी दादरी, फतेहबाद, पलवल, कुरुक्षेत्र, शाहबाद मारकंडा, जगाधरी, रोहतक, झज्जर, नारनौल मांडीखेड़ा शामिल है। वहीं 200 बेड वाले 16 अस्पतालों में 1000 लीटर प्रति मिनट उत्पादन क्षमता वाले ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगेंगे। जोकि अंबाला सिटी, अंबाला कैंट, भिवानी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, करनाल, पानीपत, सोनीपत, कैथल, जींद, यमुनानगर, सिरसा और पंचकूला के सरकारी अस्पताल शामिल हैं।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों को पहले से ही फ्रंटलाइन वर्कर्स माना गया है। सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर जल्दी बनाने के लिए सरकार प्रयासरत है। प्राइवेट अस्पतालों में 6 माह के अंदर सभी अपने अस्पतालों की क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने के आदेश पहले से ही जारी हो चुके हैं। हरियाणा ऐसा पहले राज्य होगा जिसमें आने वाले समय में सभी अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। 

विज ने बताया कि अस्थाई रूप से बनने वाले पानीपत अथवा हिसार में 500-500 बेड के अस्पतालों का काम पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि मैन पावर की कमी न हो, इसके लिए आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक विभाग में कार्यरत सभी लोगों की कोविड में ड्यूटियां लगाई गई हैं।

विज ने बताया कि अस्पतालों में वेंटिलेटर चलाने के लिए पूरे हरियाणा में विशेष अभियान के तहत आवश्यकतानुसार एक-एक या दो-दो लोग ट्रेनिंग के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि हेल्थ के डायरेक्टर जनरल ने 30 डॉक्टरों की 1 महीने के लिए डेपुटेशन अलग-अलग जगह आवश्यकतानुसार की है।

आक्सीजन के मुद्दे पर विज ने कहा की जितनी हमें चाहिए उतनी नहीं मिल पा रही। लेकिन जितनी भी मिल रही है वह सभी जगह पर बांटी जा सके इसके लिए बकायदा हमने एक टीम खड़ी की है जो सारा दिन इसकी मॉनिटरिंग करती है। मैं भी इसको देखता हूं कि कहां से-कौन सा ट्रक चल पड़ा, कौन सा खराब हो गया। मशीनरी है खराब भी हो सकती है। इस समय ज्यादा लोड के कारण प्लांट तक गर्म होने के कारण बंद हो जाते हैं। इस प्रकार की काफी दिक्कतें सामने आ आ रही है। लेकिन हमारी पूरी टीम एक्टिव रहती है। कहीं भी- कोई भी दिक्कत आने पर उस परेशानी को किसी और जगह से पूरा करने की कोशिश हम करते हैं।

विज ने कहा कि अगर कोई डॉक्टर की रिकमेंडेशन से होमक्वॉन्टाइन है तो उसको ऑक्सीजन मिलेगी। क्योंकि हमें यह भी देखना है कि लोग आवश्यकता  न होने पर होल्डिंग ना करें।हमने हर चीज के रेट तय कर रखे हैं और मैंने सभी अधिकारियों को कहा है कि वह इस चीज को चेक करें कि इस आपदा के समय में कोई मुनाफाखोरी करने की तो कोशिश नहीं कर रहा। हमने कुछ लोगों को अंदर भी किया है जो रेमड़ीसीवर महंगे दामों पर बेच रहे थे। उसी प्रकार से आप के माध्यम से भी सबको कहना चाहता हूं कि इस मामले में मैं बहुत सख्त हूं। जो रेट तय किए हैं अगर कोई उससे ज्यादा चार्ज करेगा तो उसके खिलाफ जो भी सख्त से सख्त कार्रवाई हो सकेगी वह मैं करूंगा।


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Content Writer

Shivam

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