सावधान! सरकारी नौकरी का शॉर्टकट पड़ सकता है महंगा, जानें क्या है पूरी खबर

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 09:28 PM (IST)

यमुनानगर(सुमित): पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर युवाओं से  ठगी करने वालों दो आरोपियों को इकनॉमिक सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों अब तक 45 लोगों कों नौकरी का झांसा देकर उनसे 15 लाख रुपए ठग चुके हैं। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। इकनॉमिक सेल की इंचार्ज इंस्पेक्टर सोमवती ने युवाओं को ऐसे लोगों से सचेत रहने की अपील की है।

45 लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगे 15 लाख रूपए

खुद को पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी बताने वाले आरोपियों में से एक ट्रक ड्राइवर और दूसरा पेशे से मजदूर है। आरोपी फर्जी आई कार्ड दिखाकर लोगों का विश्वास जीत लेते थे। नौकरी लगवाने के नाम पर किसी से 30 हजार तो किसी से डेढ़ लाख रुपए तक वसूल किया करते थे। इकोनॉमिक सेल की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है । सेल इंचार्ज सोमवती ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 45 युवाओं को पीडब्ल्यूडी में नौकरी का झांसा दिया । इन 45 लोगों से करीब 15 लाख रुपए ठग लिए । उन्होंने बताया कि जगाधरी शहर पुलिस को विजय नगर कॉलोनी निवासी अमर सिंह की शिकायत दी थी। जिसमें धारा 420 और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था।

 पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी बनकर करते थे ठगी

जगाधरी थाना में शिकायत देकर एक शिकायतकर्ता ने बताया था कि  उसके मामा रामकुमार ने उसे कहा था कि गुरमेल ने उसे पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाया है और उसे भी लगवा देगा । तब उन्होंने 1.80 लाख रुपए में नौकरी लगवाने की बात कही। 50 हजार रुपए एडवांस में देने की बात हुई। 11 जनवरी 2021 को उसने उन्हें 35 हजार रुपए एडवांस दे दिए थे और 15 हजार बाद में देने की बात कही । गुरमेल ने उसे कहा था कि उसका बेटा सौरभ विभाग में पीडब्ल्यूडी है। उसी के माध्यम से उसकी बात चल रही है। पहले आरोपियों ने उसे 44 हजार रूपए वेतन दिलवाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने आरोपियों को 15 हजार रुपए और दे दिए थे। बाद में आरोपी कहने लगे कि विभाग में क्लर्क की पोस्ट है, जिसके लिए 50 हजार रपए वेतन होगा। क्लर्क की पोस्ट के लिए 1.20 लाख रूपए एडवांस देने की बात कही। इस पर उसने 69 हजार रुपए और दे दिए। यही नहीं आरोपियों के झांसे में आकर अपने साले विपिन को नौकरी लगवाने के 60 हजार एडवांस और मौसी के बेटे साहिल को नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार एडवांस दिए थे। इसके बाद भी की बार वह पैसे दे चुका है, लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली। उन्हें बाद में पता चला कि गुरमेल ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर कई लोगों के साथ ठगी कर रखी है। उन्होंने उससे अपने पैसे मांगे, लेकिन पैसे नहीं दिए।

10 जुलाई को इसे लेकर सरस्वती नगर में पंचायत हुई। वहां पर उसने लिखित में दिया कि वह पेमेंट वापस कर देगा। आरोपी ने अपनी बुआ के बेटे को पीडब्ल्यूडी में जीएम बताया था। बाद में उन्हें पता चला कि वह एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है। उन्हें पता चला कि आरोपी ने मुस्तफाबाद निवासी मनीष और ककडौनी निवासी सोहनलाल को भी नौकरी लगवाने का झांसा देकर पैसे ठगे हुए हैं। इस शिकायत पर पुलिस ने 28 अक्टूबर 2021 को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।

वही इकनॉमिक सेल की इंचार्ज इंस्पेक्टर सोमवती ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान तेलीपुरा निवासी गुरमेल उर्फ गुरनाम और अंबाला के गांव गगनपुर के रहने वाले  रामकुमार के रूप में हुई है। गुरमेल ट्रक ड्राइवर है, जबकि रामकुमार मजदूरी करता है। उन्होंने कहा कि ऐसे जालसाजों से सचेत रहने की जरूरत है। सही माध्यम से ही नौकरी अप्लाई करे, किसी को भी अपने दस्तावेज न दे। सरकार की विभिन्न वेबसाइट्स हैं, उन पर नियमों के तहत ही सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करें।

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Content Writer

Vivek Rai

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