हुड्डा का खट्टर सरकार के लिए नारा, सरकार के 3 साल, हरियाणा बदहाल

punjabkesari.in Friday, Oct 27, 2017 - 11:04 AM (IST)

चंडीगढ़ (पांडेय): खट्टर सरकार के तीन साल पूरे होने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तंज कसते तीन साल, हरियाणा बदहाल का नारा दिया है। हुड्डा ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रदेश में सरकार के बजाय एक इवैंट मैनेजमैंट कंपनी की तरह से काम रही है। हरियाणा की जनता की खून-पसीने की कमाई का 1600 करोड़ रुपए प्रदेश की स्वर्ण जयंती वर्ष में सरकार ने अपनी वाहवाही करवाने पर खर्च कर दिया। इतनी बड़ी रकम से विकास कार्य करवाए जाते तो प्रदेश का भला होता। हुड्डा खट्टर सरकार के 3 साल पूरे होने पर चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।  पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि झूठ बोल कर वोट मांगने वाली हरियाणा सरकार प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुकी है इसलिए इस सरकार को अपने झूठ के लिए हरियाणा की जनता से माफी मांगनी चाहिए व इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतरकर नया जनादेश लेना चाहिए। 

हुड्डा ने कहा कि पिछले 50 वर्ष के दौरान हरियाणा में ऐसी नकारा सरकार नहीं आई जिसके कार्यकाल में पूरे प्रदेश को 3 बार राजनीतिक षड्यंत्र के तहत जलवाया गया हो। अब तक 3 घटनाओं में पुलिस की गोली से 6 दर्जन से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं। इतने नागरिकों की हत्या आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर में भी नहीं हुई हैं। नोटबंदी और जी.एस.टी. के कारण प्रदेश में व्यापार चौपट हो गए हैं। गेहूं के समर्थन मूल्य में 100 रुपए की बढ़ौतरी को नाकाफी बताते हुए कहा कि हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व हरियाणा के कृषि मंत्री कांग्रेस सरकार के दौरान अद्र्धनग्न होकर गेहूं का समर्थन मूल्य 2100 रुपए करने के लिए प्रदर्शन करते थे, वही लोग अब 1735 रुपए का स्वागत किस मुंह से कर रहे हैं।

सरकार आने पर हर साल 1000 बढ़ेगी पत्रकारों की पैंशन
मुख्यमंत्री द्वारा पत्रकारों के लिए 10,000 रुपए पैंशन की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर वह प्रतिवर्ष इस पैंशन में 1000 की बढ़ौतरी करेंगे। भाजपा सरकार को जुमलेबाज बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रदेश की जनता से 154 वायदे किए थे, एक भी पूरा नहीं किया। किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के बजाय उनकी फसलों को मंडियों में कौड़ियों के भाव खरीदा जा रहा है।

घोटालों की फेहरिस्त बढ़ी 
हुड्डा ने कहा कि 3 साल में कई घोटाले हुए हैं जिसमें गिरदावरी घोटाला, रैक्सिल दवाई खरीद घोटाला, गेलवोल्यूम सीट्स घोटाला, बावल भूमि अवार्ड घोटाला, सरस्वती कुंज गुडग़ांव मैंबरशिप घोटाला, धान तथा बाजरा खरीद घोटाला, कपास बीज व कीटनाशक खरीद घोटाला, फसल बीमा घोटाला, डाडम खनन घोटाला, जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने भी टिप्पणी की है। इसके अलावा मीटर खरीद घोटाला, गुड़गांव मैट्रो रूट बदलाव घोटाला में हाइडल प्रोजैक्ट्स घोटाला मुख्य हैं। 
 


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