यमुनानगर में सामने आया बड़ा खनन घोटाला, सरकार को लगाया गया करोड़ों रूपए का चूना

punjabkesari.in Friday, Nov 25, 2022 - 04:04 PM (IST)

यमुनानगर(सुरेंद्र): अवैध रूप से माइनिंग करने, फर्जी ई रवाना से राजस्व को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने के आरोप में यमुनानगर के खनन अधिकारी ने 45 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करवाया है। इन लोगों में एक स्क्रीनिंग प्लांट एवं स्टोन क्रेशर के मालिक एवं उनके पार्टनर भी शामिल हैं। इस फर्जीवाड़े के जरिए सरकार को पिछले काफी समय से चूना लगाया जा रहा था।

 

अवैध रूप से लाखों मीट्रिक टन खनन सामग्री की गई स्टॉक

 

बता दें कि जिले में यह गोरखधंधा पिछले कई महीने से चल रहा था। यमुनानगर के बिलासपुर क्षेत्र में पिछले काफी समय से अवैध रूप से माइनिंग करने, सरकारी रिकॉर्ड में बिना किसी से रेत, बजरी लेने और अवैध रूप से 2 लाख 4 हजार मीट्रिक  टन खनन का स्टॉक करने के आरोप में यमुनानगर के खनन अधिकारी राजेश सांगवान ने आरआर स्टोन क्रेशर व स्क्रीनिंग प्लांट के मालिक सहित 45 लोगों के खिलाफ बिलासपुर थाना में मामला दर्ज करवाया है। खनन अधिकारी राजेश सांगवान ने बताया कि उन्होंने जब आरआर स्टोन क्रशर व स्क्रीनिंग प्लांट में जाकर जांच की तो वहां तीन रजिस्टर मिले। इनमें रेत, बजरी, पत्थर का सामान आने और उसे बेचने का सारा रिकॉर्ड दर्ज था। सांगवान ने बताया कि इस स्टोन क्रशर व स्क्रीनिंग प्लांट पर 40 लोग अलग-अलग समय में गाड़ी लेकर माल लाते व ले जाते थे। उन्होंने बताया कि रजिस्टर में माल के आने के समय की भी पूरी जानकारी दर्ज की जाती थी। इसी के साथ माल कहां से आता था और कितना माल यहां से ले जाया गया, यह जानकारी भी रजिस्टर में दर्ज की जाती थी। हालांकि सरकारी पोर्टल में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। मौके से मिले खनिज पदार्थ की अकेले रॉयल्टी एक करोड़ दो लाख से अधिक बनती है। अगर माल आने व जाने का मिलान किया जाए, तो इससे सरकार को 4 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। 

 

खनन अधिकारी की शिकायत पर 45 के खिलाफ मामला दर्ज

 

जिला खनन अधिकारी राजेश सांगवान ने बताया कि  यमुनानगर में अलग-अलग स्थानों पर अवैध खनन रोकने के लिए 6 नाके लगाए गए हैं। इसी के चलते सरकार से मंजूर सुधा खनन ठेकेदारों ने पिछले 3 महीने में 29 करोड़ रुपए की राशि किस्तों के रुप में जमा कराई है। उन्होंने बताया कि रंजीतपुर नंगली इलाके में उन्होंने और नाके लगाने का प्रस्ताव जिला उपायुक्त को भेजा है। इससे सरकार के राजस्व में और बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने बताया कि पिछले 3 महीनों में अलग-अलग इलाकों में सरकार को राजस्व के मामले में नुकसान पहुंचाने, अवैध खनन सहित 18 मामलों की शिकायतें पुलिस को दर्ज करवाई गई हैं। इन मामलों में पुलिस कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है।

 

जिले में पहले भी सामने आ चुके माइनिंग घोटाले

 

बता दें कि यमुनानगर में अवैध माइनिंग व नकली ई रवाना के माध्यम से सरकार को नुकसान पहुंचाने का यह पहला मामला नहीं है। इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिसमें सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है। अब खनन अधिकारी ने ऐसे मामलों में सख्ती दिखाते हुए पुलिस में मुकदमे दर्ज करवाने शुरू कर दिए हैं। माना जा रहा है कि इससे सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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