भाजपा शासन में ‘क्राइम कैपिटल’ बना हरियाणा : तंवर

punjabkesari.in Sunday, Apr 21, 2019 - 09:49 AM (IST)

हरियाणा में 12 मई को 10 संसदीय सीटों के लिए होने वाले चुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की कमान इस समय डा. अशोक तंवर के पास है। हरियाणा में कांग्रेस कौन से चुनावी मुद्दों को लेकर चुनावी समर में उतरेगी,चुनावी रणनीति क्या रहेगी और सत्तापक्ष के खिलाफ कांग्रेस के पास कौन से तार्किक सियासी हथियार हैं? जैसे कई सवालों को लेकर डा. तंवर से विशेष बातचीत की,पेश हैं प्रमुख अंश-

सवाल : प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल को कैसा आंकते हैं?
जवाब : सुशासन के जुमलों को रटने वाली भाजपा सरकार इस मामले में पूरी तरह से विफल है। भाजपा शासनकाल दौरान 3 बार दंगे हुए। 5 दर्जन से अधिक लोगों की जानें गई। इस सरकार ने प्रदेश को जातीय दंगों में जलाया। खुशहाल हरियाणा भाजपा शासन में क्राइम कैपिटल बनकर रह गया। किसी भी तरह की विपरीत परिस्थिति पर नियंत्रण पाने में यह सरकार विफल साबित हुई। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का दावा भी खोखला साबित हुआ।

सवाल : केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस के पास कौन से मुद्दे हैं?
जवाब : भाजपा सरकार जुमलों की सरकार है। नारों-जुमलों से विकास नहीं होता है। इस सरकार ने विकासपरक एवं सकारात्मक पारदर्शी शासन देने की बजाय लोगों का ध्यान भटकाने का काम किया है। व्यक्तिगत छींटाकशी में माहिर भाजपा ने कर्मचारी, किसान, मजदूर, व्यापारी से लेकर तमाम तबकों को मायूस किया। जनता कांग्रेस की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। इन सब मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।

सवाल: क्या कांग्रेस में गुटबाजी चुनावों पर असर नहीं डालेगी?
जवाब : कांग्रेस में नेता से लेकर कार्यकत्र्ता को अपनी बात कहने का अधिकार है। यहां किसी की जुबान पर ताला नहीं लगाया जाता,जैसा भाजपा एवं दूसरे दलों में होता है। ऐसे में आपसी मतभेद जरूर पनपते हैं,लेकिन चुनाव में कांगे्रस पूरी एकजुटता से अपने लक्ष्य पर फोकस कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में एक ही लक्ष्य है कि हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज करें और विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल कर सरकार बनाएं।

सवाल : कांग्रेस में मुख्यमंत्री के पद की लड़ाई को आप किस नजर से देखते हैं?
जवाब : ऐसा कुछ नहीं है। फिलहाल कांग्रेस का लक्ष्य प्रदेश के 10 लोकसभा क्षेत्रों में जीत हासिल करना है। उसके बाद दूसरा लक्ष्य विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करना है। मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस हाइकमान को करना है। सेवा के भाव से सियासत करना कांग्रेस की परम्परा रही है।

सवाल : आप कैसा हरियाणा चाहते हैं?
जवाब : कांग्रेस के पास एक विजन है, सकारात्मक-प्रगतिशील-पारदर्शी-विकासपरक सोच। इसी के बलबूते हरियाणा को आगे बढ़ाना है। एक ऐसा हरियाणा जो अपराध मुक्त हो,जहां उद्योगों-सड़कों-रेलवे लाइनों का जाल बिछे,बेरोजगारों को रोजगार मिले, ऐसी नीति बने जिससे  जनमानस को गुणवत्तापरक शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। एस.वाई.एल.हमारी जीवनरेखा है। इसलिए इसको लेकर संवैधानिक तरीके से हल निकाला जाएगा। अलग हाईकोर्ट व अलग राजधानी जैसे मसले भी अहम हैं। हम एक ऐसे हरियाणा का सपना साकार करेंगे,जहां किसान को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट अनुसार फसल का भाव मिले। हर वर्ग खुशहाल हो ऐसा हरियाणा बनाएंगे।

सवाल : हरियाणा में मुख्य मुकाबला किस दल से मानते हैं?
जवाब : हरियाणा में इस समय कांग्रेस ही मुख्य मुकाबले में है,शेष दल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। अपने कुशासन,भ्रमित व अडिय़ल रवैये से रची-बसी भाजपा के प्रति एक बड़ा आक्रोश आम जनमानस में है। इनैलो विघटन के बाद खत्म होने के कगार पर है। संभवत: इनैलो व जजपा का यह आखिरी चुनाव साबित होगा। कुछ और दूसरे दल भी जैसे आप,शिरोमणि अकाली दल के नेता हरियाणा में राजनीतिक रोटियां सेंकने के मकसद से सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन इनके अतीत के वचनों-प्रवचनों-कथनों से जनता अच्छी तरह से वाकिफ है। कांग्रेस मुख्य मुकाबले में है और शेष तमाम दलों से कांग्रेस पूरी तरह से आगे रहेगी।


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kamal

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