Gohana की नहर में डूबे पिता-पुत्र के शव बरामद, इकलौते बेटे को बचाने के लिए बाप ने लगाई थी छलांग

punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 03:22 PM (IST)

गोहाना (सुनील जिंदल) : गोहाना के गांव सरगथल में नहर में डूबे पिता-पुत्र के शव अलग-अलग जगहों से बरामद किए गए हैं। यह हादसा वीरवार को हुआ था, जब दोनों पानी भरने के लिए नहर किनारे पहुंचे थे। बेटे के डूबने पर पिता ने बचाने के लिए छलांग लगाई थी, लेकिन दोनों तेज बहाव में बह गए थे। करीबन 32 घंटे बाद शुक्रवार शाम को पिता सतबीर का शव खरखौदा रोड के पास नहर में तैरता मिला। पिता के शव मिलने के 9 घंटे बाद आज सुबह करीब 4 बजे बेटे जतिन का शव भी मोई हुड्डा गांव के पास हेड से बरामद किया गया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए खानपुर महिला मेडिकल कॉलेज में भेज आगे की करवाई शुरू कर दी। उधर ग्रामीणों ने सरकार से मृतक परिवार के लिए आर्थिक सहायता की मांग की है। 

जानकारी के मुताबिक गोहाना के गांव सरगथल के रहने वाले 45 वर्षीय सतबीर वीरवार को अपने 14 वर्षीय बेटे जतिन के साथ जेएलएन नहर किनारे पानी भरने आए थे। नहर के पास लगे मीठे पानी के नलकूप से गांव के लोग घर के उपयोग के लिए पानी भरते हैं, क्योंकि गांव का पानी पीने योग्य नहीं है। सुबह करीब 10:30 बजे सतबीर और जतिन पानी भरने आए थे। उसी दौरान जतिन ने नहाने की इच्छा जताई। सतबीर ने जतिन को कम गहराई वाली दूसरी नहर में नहाने का इशारा किया, लेकिन बच्चा गलती से मुख्य नहर में कूद गया। जो लगभग 10 से 12 फीट गहरी है और जिसमें तेज बहाव था। बेटे को डूबता देख सतबीर ने बिना देर किए छलांग लगा दी, लेकिन पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। कुछ ही पलों में दोनों पानी में गायब हो गए। जहां अब दोनों पिता -पुत्र के शव को अलग-अलग जगह से नहर में तैरते हुए बरामद किए गए है।  

परिवार का इकलौता बेटा था जतिन 

स्थानीय लोगों ने बताया कि जतिन परिवार का इकलौता बेटा था और उसकी एक बहन है। जतिन 9वीं कक्षा में पढ़ता था और उसके पिता सतबीर मोबाइल की दुकान पर मजदूरी करने का काम करते थे। उनके परिवार का एकमात्र कमाने वाला भी सतबीर ही था। हादसे के बाद मां और बेटी अकेले रह गई हैं और घर में मातम पसरा हुआ है। परिवार में सतबीर और बेटे जतिन की मौत के बाद दो चिराग एक साथ बुझ गए। पिता-पुत्र की मौत के बाद ग्रामीणों को कहना है कि परिवार बेहद गरीब है और न ही आय का कोई साधन है। कमाने खाने के लिए कोई जमीन भी नहीं है। सरकार से मांग की है कि सतबीर के चले जाने के बाद पत्नी और बेटी के गुजारे के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक सहयोग मिले। गांव के लोगों का कहना है कि सतबीर शरीफ आदमी था। उसका किसी के साथ कोई विवाद भी कभी नहीं रहा। गांव के लोगों ने कहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से सरकार तक बात पहुंचाई जाएगी।

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Content Writer

Manisha rana

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