दिल्ली ब्लास्ट जांच: ''बम एक्सपर्ट'' डॉ. उमर ने 3 घंटे की पार्किंग में रची खूनी साजिश?  दोपहर पार्किंग में खड़ी की थी कार

punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 01:57 PM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी): लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट की जांच में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस आत्मघाती हमले में 2 किलो से भी ज़्यादा अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था, जिसका मास्टरमाइंड आतंकवादी डॉक्टर उमर मोहम्मद था।

जांच एजेंसियों को मौके से मिली I20 कार के 60% एक्ज़ाबिट (टुकड़ों) और 52 से अधिक एक्सप्लोसिव सैंपल की फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट के साथ-साथ पेट्रोलियम ऑयल और डेटोनेटिंग मटेरियल (जो आमतौर पर माइनिंग में इस्तेमाल होता है) का मिश्रण किया गया था, जिससे यह एक अत्यंत विनाशकारी विस्फोटक (ANFO) बन गया। फॉरेंसिक टीम को मौके से पतले तार मिले हैं, जो संकेत देते हैं कि ब्लास्ट करने के लिए डेटोनेटिंग मैकेनिज़्म का इस्तेमाल हुआ था। सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े डॉक्टर उमर मोहम्मद को बम बनाने और IED (Improvised Explosive Device) तैयार करने में विशेषज्ञता हासिल थी।
 
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई है कि डॉ. उमर मोहम्मद ने इस तरह के शक्तिशाली विस्फोटक को महज 5 से 10 मिनट में तैयार कर ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा। CCTV फुटेज से पता चला है कि उमर ने दोपहर करीब 3:19 बजे कार पार्किंग में खड़ी की थी और शाम 6:52 बजे विस्फोट से ठीक पहले तक वह कार में अकेला मौजूद था। जांच एजेंसियां अब इस एंगल पर फोकस कर रही हैं कि उसने इस 3 घंटे के दौरान कार के अंदर ही 'ऑन-द-स्पॉट' विस्फोटक मिश्रण तैयार कर उसमें डेटोनेटिंग मटेरियल फिट किया होगा। यह खुलासा आतंकी साजिश की गंभीरता को बढ़ाता है, जिसमें एक 'व्हाइट-कॉलर' डॉक्टर ने अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर देश की राजधानी में इतनी बड़ी तबाही मचाई।
 


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Content Writer

Isha

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