धुंध में बिना फॉग लाइट सड़क पर नहीं दौड़ेंगी ‘लारी’
punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2019 - 02:59 PM (IST)

करनाल(नरवाल) : सर्दी का सीजन चरम पर है लेकिन अभी तक रोडवेज ने बसों में धुंध से बचने के लिए फॉग लाइटें नहीं लगाई गई हैं जिससे रोडवेज बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की जान के साथ खिलावड़ किया जा रहा है। बता दें कि करनाल डिपो में कुल 156 बसेंजिनमें से हर रोज सड़क पर 123 बसें रूट पर दौड़ती हैं लेकिन एक भी बस पर फॉग लाइट नहीं है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फॉग लाइटें स्टोर रूम में रखी हुई हैं और उन्हें लगवाने के लिए आदेश जारी किए गए हैं। किसी भी हादसे से बचाव के लिए रोडवेज पहले से ही तैयारी करता है, वहीं सर्दियों में धुंध पडऩे से पहले ही अलग तरह की लाइट लगाने का काम शुरू हो जाता है।
लाइट लगाने की ड्यूटी चालकों की है या फिर वर्कशाप में काम करने वालों इससे असमंजस बना हुआ है
अधिकारियों के अनुसार स्टोर रूम में फॉग लाइट आई हुई हैं और उन्हें लगाने के लिए चालकों को आदेश भी दिए गए हैं लेकिन ऐसे में बसों पर फॉग लाइट लगाने की ड्यूटी चालकों की बनती है या फिर वर्कशाप में काम करने वाले लोगों की इससे असमंजस की स्थिति बनी है। करनाल रोडवेज जी.एम. अजय गर्ग ने बताया कि स्टोर रूम में फॉग लाइटें रखी हैं। इन लाइटों को बसों पर लगवाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। कल से बस स्टैंड के बाहर एक भी बस सड़क पर बिना फॉग लाइट के नहीं निकलेगी।
धुंध में फॉग लाइट अहम : अनिल
चालक अनिल कुमार ने बताया कि लंबे रूट पर चलने वाली बसों के लिए धुंध से बचने के लिए फॉग लाइट काफी अहम होती है। धुंध के समय तो रात को चलने वाली बसों के ड्राइवरों के लिए काफी खतरनाक भरा सफर बन जाता है। इससे बसों की स्पीड पर काफी असर पड़ता है।
अंदाजे से चलना पड़ता है : नरेश
चालक नरेश ने बताया कि वह करनाल से चडीगढ़ व दिल्ली रूट पर चलता हूं। धुंध में बिना फॉग लाइट के चलना बहुत मुश्किल हो जाता है। फॉग लाइट से देखने की विजिबिलिटी थोड़ी बढ़ जाती है और सामने से आ रहे वाहन चालक को दूर से पता चल जाता कि कोई बड़ा वाहन आ रहा हादसों से बचाव हो जाता है।
धुंध में सफेद पट्टी का सहारा लेकर चलानी पड़ती है बस : चालक देवेन्द्र
बस चालक देवेन्द्र ने बताया कि उसकी ड्यूटी चोरा से पानीपत रूट पर है। वह धुंध में सड़क पर लगी सफेद पट्टी का सहारा लेकर बस को चलाना पड़ता है। कई रूट पर सड़क पर सफेद पट्टी नहीं होने के कारण कई बार बड़ा हादसा होने का डर रहता है। देवेन्द्र ने बताया कि कई बार रात को ज्यादा धुंध होने के कारण सड़क पर गहरा गड्ढे होने के कारण बस भी सड़क से नीचे उतर जाती है और कोई हादसा हो जाता है।