राज्य सरकार की अवकाश घोषणा के बाद भी खुले निजी स्कूल

punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2017 - 09:52 PM (IST)

चरखी दादरी (राजेश):पिछले एक सप्ताह से प्रदेश में शीत लहर और कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। इसी कहर व छोटे बच्चों को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी प्राइमरी स्कूलों को 20 जनवरी तक अवकाश करने के निर्देश दिए हैं। यह घोषणा अखबार और न्यूज चैनलों में दिखाई जा चुकी है लेकिन निजी स्कूल संचालक हैं कि राज्य सरकार की इस घोषणा को मानने को तैयार ही नहीं हैं। ऐसे में छोटे बच्चे निजी स्कूल संचालक के अडिय़ल रवैये के चलते स्कूल जाने को मजबूर हैं। यहीं नहीं इन निजी स्कूल संचालकों के कारण अभिभावकों को भी काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है और साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतित हैं।

 
कड़ाके की ठंड को देखते हुए राज्य सरकार की प्राइमरी स्कूलों के अवकाश की घोषणा के बाद बुधवार को जहां चरखी दादरी जिले के सरकारी स्कूल बंद रहे। वहीं, कुछ निजी स्कूलों में प्रतिदिन की तरह कक्षाएं लगीं और छोटे बच्चे भी पहुंचे। शिक्षा ग्रहण की ओर शाम को घर लौटे। जबकि शिक्षा विभाग ने पूर्व संध्या को प्राइमरी स्कूलों के अवकाश का ऐलान कर दिया और साथ ही सभी स्कूलों को आदेश भी जारी कर दिए थे। शिक्षा विभाग के आदेशों के बावजूद भी निजी स्कूल संचालकों ने कक्षाएं लगाकर साबित कर दिया है कि वे सरकार और विभाग की घोषणाओं की कितनी कद्र करते हैं। एक तरफ जहां अभिभावक अखबार व न्यूज चैनलों में दिखाई गई अवकाश की खबर से खुश थे लेकिन सुबह जैसे ही स्कूल वैन बच्चों को लेने के लिए घर के बाहर आई तो उन्हें मजबूरीवश बच्चों को स्कूल भेजा। निजी स्कूल संचालकों की इस मनमानी से अभिभावकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चूंकि एक तो छोटे बच्चों को ठंड ज्यादा लगती है जिससे उन्हें जुकाम, खांसी, बुखार होना आम बात है। इसलिए अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे इस कड़ाके की ठंड में घर में ही दुबक कर रहें। वहीं अभिभावकों को अपने बच्चों के पढ़ाई में पीछे रह जाने का भय सताता रहता है जिसके कारण वे बच्चों को स्कूल भेजते हैं। 

क्या कहते हैं शिक्षा अधिकारी
जब इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी जयप्रकाश संभ्रवाल से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि सभी प्राइवेट और सरकारी प्राइमरी स्कूलों को मंगलवार शाम अवकाश के आदेश जारी कर दिए थे। उन्होंने कहा कि सूचना देर शाम तक पहुंचने के कारण ही निजी स्कूल संचालकों और अभिभावकों नहीं पता चल पाया, इस कारण स्कूल खुले रहे। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अगर वीरवार को कोई प्राइमरी स्कूल में कक्षाएं लगती पाई जाती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
 


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