मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी कर्मचारियों के लिए लगाई सौगातों की झड़ी
punjabkesari.in Sunday, Nov 19, 2023 - 06:53 PM (IST)

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यवेक्षक के पद के लिए आवश्यक पात्रता और न्यूनतम योग्यता के आधार पर 10 साल के अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से योग्यता-सह-वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिए पर्यवेक्षकों के 25 प्रतिशत पद अलग रखे जाएंगे। पदोन्नति सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा के आधार पर होगी। पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा फरवरी, 2024 में आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार मौजूदा आंगनवाड़ियों को परिवर्तित करके 4000 अतिरिक्त बाल वाटिकाएं स्थापित कर उन्हें गांव के सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित करेगी, ताकि प्री-स्कूल (नर्सरी) शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार स्कूली शिक्षा में एकीकृत किया जा सके। इसे सरकारी स्कूलों में कमरों की उपलब्धता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले ही 4000 आंगनवाड़ियों को प्ले-वे स्कूल या बाल वाटिका स्थापित की जा चुकी हैं। अब आंगनवाड़ियों की मांग है कि ऐसी और आंगनवाड़ियों को बाल वाटिका में परिवर्तित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले पारिश्रमिक में 60 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार द्वारा तथा 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। उक्त राशि के बाद बढ़ाया गया सारा मानदेय को हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बचपन को संभालने वाली और तराशने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बच्चों को संस्कारित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का निर्माण उसके बचपन में सबसे ज़्यादा होता है, बचपन में ही व्यक्ति और व्यक्तित्व की नींव रखी जाती है। बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए सही दिशा में काम किया जाए तो वह बच्चा भविष्य में देश का अच्छा और ज़िम्मेदार नागरिक बनता है। उन्होंने कहा कि हर शिशु के पालन पोषण करने का ज़िम्मा आप सबने अपने कंधों पर उठाया है, यह बहुत सराहनीय कार्य है। बच्चों को संस्कारवान, ज्ञानवर्धन करने और बलशाली बनाने के लिए 3 पहलू बेहद आवश्यक है। पहला पोषण, दूसरा टीकाकरण और तीसरा स्वछता। स्वास्थ्य का सीधा संबंध पोषण से नहीं बल्कि खाने से पहले स्वच्छता रखने से भी है। इसलिए बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रखना, यह भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों में पोषण का महत्व को देखते हुए देशभर में पोषण अभियान चलाया है। हरियाणा प्रदेश में इसे सफल बनाने के लिए लगभग 50 हज़ार कार्यकर्ताओं को मेरा नमन। इस अभियान के तहत पोषण ऐप भी शुरू की गई जिसके बारे में आप सभी भलीभाँति परिचित हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस ऐप पर आप हर रोज़ डाटा ज़रूर अपडेट करें। मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि हर बच्चे के वज़न का डाटा हर माह स्वास्थ्य कार्ड में अवश्य अपडेट करें। अपने क्षेत्र में आने वाले हर परिवार को साल में एक बार सर्वे ज़रूर करें।
(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)