राष्ट्र धर्म निभाने में विफल मोदी चीन को लाल आंख और 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे: कांग्रेस

punjabkesari.in Sunday, Jul 05, 2020 - 12:19 AM (IST)

जींद (जसमेर): कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने चीन द्वारा भारत की जमीन का बहुत बड़ा हिस्सा कब्जा लिए जाने के मामले में शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला। सुरजेवाला ने कहा कि चीनी अतिक्रमण के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्र धर्म निभाने में पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं। उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किया कि वह चीन को लाल आंख और 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे। 

शनिवार को जींद में मीडिया से बात करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी शुक्रवार को लद्दाख के दौरे पर गए लेकिन वहां भी उन्होंने चीन का नाम तक नहीं लिया। देश की जनता पीएम मोदी से यह पूछ रही है कि वह चीन द्वारा कब्जाई गई भारतीय जमीन को चीनी कब्जे से कब मुक्त करवाएंगे। भारतीय सीमा के अतिक्रमण के लिए चीन को लाल आंख कब दिखाएंगे। चीन को अपना 56 इंच का सीना कब दिखाएंगे। 

सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी चीन की आंख में आंख डालकर बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। मोर्चे पर केवल भारतीय सेना लड़ रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के मुखिया का सबसे बड़ा धर्म और फर्ज अपने भू-भाग की हिफाजत करने का होता है और इसमें पीएम मोदी विफल साबित हो रहे हैं। महंगाई से जुड़े मुद्दे पर सुरजेवाला ने कहा कि अकेले पैट्रोल और डीजल के नाम पर ही मोदी और खट्टर सरकार जनता को लूटकर अपना खजाना भरने में लगे हैं। 

कांग्रेस इसे भाजपा के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाएगी और जैसे ही कोरोना के हालात सुधरते हैं, सड़कों पर उतरकर भाजपा सरकार की नाक में दम कर देगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के नाम पर ही खट्टर सरकार ने तेल की कीमतों में डेढ़ रूपया प्रति लीटर और केंद्र ने 15 रूपए प्रति लीटर तक रेट बढ़ा दिए हैं। इसकी मार सभी वर्गों पर पड़ रही है। 

रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा के 1983 पीटीआई अध्यापकों को हटाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पीटीआई अध्यापकों की भर्ती यह कहकर रद्द की है कि इसमें प्रक्रिया की खामी रही। कहीं भी सुप्रीम कोर्ट ने इस भर्ती में गड़बड़ी या भ्रष्टाचार की बात नहीं कही है। प्रदेश सरकार ने एक साजिश के तहत इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सही ढंग से पैरवी नहीं की। सरकार ऐसा करती तो 1983 पीटीआई अध्यापकों की नौकरी बच सकती थी। 

उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार 10 हजार कर्मचरियों को हटा चुकी है। इसके लिए इस सरकार को युवा रोजगार छीनो संघ का नाम मिलना चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि पीटीआई अध्यापकों की भर्ती के मामले में जो एफआईआर दर्ज हुई है, वह बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। पीटीआई अध्यापकों की भर्ती सुप्रीम कोर्ट में रद्द होने को लेकर सीएम और डिप्टी सीएम अगर यह कहते हैं कि इसमें गड़बड़ी हुई थी तो दोनों सफेद झूठ बोल रहे हैं। सत्ता में आते ही कांग्रेस बर्खास्त पीटीआई को दोबारा नौकरी पर रखेगी। 


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Shivam

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