विशेष गिरदावरी में आंकी क्षति, जल्द DBT के माध्यम से दी जाएगी राशि : पी.के. दास(VIDEO)

punjabkesari.in Friday, Jan 21, 2022 - 10:11 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा सरकार द्वारा फसलों के नुकसान के लिए विशेष गिरदावरी करवाने के दिए गए आदेशों के तहत हरियाणा के सभी जिलों से रेंज अनुसार रिपोर्ट्स आ गई हैं ।लगभग 350 करोड़ की क्षति आंकी गई है।आगामी दिनों में जल्दी डी बी टी के माध्यम से यह राशि दे दी जाएगी। हरियाणा राजस्व विभाग ,ब8जली व आपदा एवं प्रबंधन विभाग के एडिशनल चीफ सेक्टरी पीके दास के पास पहुंच गई है। 

पीके दास ने बताया कि अंबाला रेंज के अंदर आने वाले चार जिलों अंबाला यमुनानगर पंचकूला व कुरुक्षेत्र में किसी भी प्रकार की क्षति की कोई सूचना नहीं है। करनाल रेंज की प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार पानीपत कैथल व करनाल 3 जिले आते हैं। करनाल जिले के अंदर 50. 23  एकड़ भूमि की फसलों की क्षति कॉल खेड़ा व अर्ध आना गांव के अंदर होने की जानकारी मिली है। पी के दास ने बताया कि फरीदाबाद रेंज के अंदर 3 जिले फरीदाबाद पलवल बनाते हैं जिनमें पलवल जिले के अंदर 569 एकड़ की फसलें क्षतिग्रस्त हुई है। यह जमीन नौ गांव मिरनपुर,भगोला पृथला, हरफली, भमणिका, काल-वाला खंडावली बुर्का हथीन व हथीन गांवों की है।

पीके दास ने जानकारी देते हुए बताया कि रोहतक रेंज के अंतर्गत आने वाले 4 जिलों भिवानी रोहतक झज्जर व सोनीपत की रिपोर्ट सुन को मिल चुकी है। भिवानी जिले में 20026118 जमीन में कॉटन का 97 103 एकड़, का मूंग का 97 943 एकड़, बाजरा का 411 एकड़, शुगर केन का 5 एकड़ तथा पेडी का  4961 एकड़ में नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा झज्जर जिले के अंदर 24419 एकड़, कॉटन में 11015 एकड़,बाजरा में 10697 ,पैड़ी में 1989 एकड़,गन्ने में 314 एकड़,मूंग-404 एकड़ भूमि में क्षति की सूचना है।रोहतक के अंदर 9787.5 एकड़ एरिया में बाजरा 1580.5 एकड़,पैड़ी 1870 एकड़,गन्ना-4 एकड़,कॉटन 6308 एकड़,मूंग 25 एकड़ में नुकसान की सूचना है।सोनीपत में 12140.3 एकड़ एरिया में पैड़ी 9196.33 एकड़,कॉटन 2290.09 एकड़,बाजरा 607.88 एकड़,मूंग 12 एकड़,गन्ना 34 एकड़ में क्षति की सूचना है।

प्रदेश के बिजली वितरण निगम द्वारा समय-समय पर लाइन लॉस (बिजली चोरी) को कंट्रोल करने के लिए तरह तरह के बदलाव किए गए और निरंतर बदलावों से लाइन लॉस में सुधार भी हुआ। एक और जहां प्रदेश के दोनों निगमों में पहले 35 फ़ीसदी लाइन लॉस दर्ज किया गया था। आज घटकर 14 फ़ीसदी ही रह गया है। लेकिन विभाग इतने से संतुष्ट नहीं है। जिसके चलते और सुधारों की आवश्यकता मानी जा रही है। विभाग का मानना है कि स्मार्ट मीटर बिजली चोरी रोकने में काफी हद तक कारगर साबित होंगे।

जिसके बारे में जानकारी देते हुए बिजली विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पीके दास ने बताया कि स्मार्ट मीटर मीटरिंग प्रणाली में सबसे आधुनिक प्रणाली है। जिसमें रीडिंग लेने के लिए मीटर तक जाने की जरूरत नहीं बल्कि दूर कंट्रोल रूम में बैठकर ही रीडिंग ली जा सकेगी। साथ ही स्मार्ट मीटर द्वारा दो दिन तक रीडिंग न निकाले जाने की सूरत में हीं हमारे कर्मचारियों को तुरंत इसकी सूचना मिल जाएगी। हमारा कर्मचारी मौके पर जाकर यह सुनिश्चित करेगा कि उपभोक्ता अगर घर पर है तो बिजली की खपत कहां से हो रही है ? उन्होंने बताया कि इन स्मार्ट मीटर से  विभाग को यह जानकारी रहेगी कि कौन कितनी खपत कर रहा है और किस समय ज्यादा खपत हो रही है ? साथ ही एडवांस पेमेंट करके उपभोक्ता इसमें डिस्काउंट भी प्राप्त कर सकेगा।

पीके दास ने बताया कि अभी तो विभाग का प्लान 10 लाख मीटर लगाने का है। जिसमें से 4 लाख मीटर लगाए जा चुके हैं और इसके लिए कंट्रोल रूम पंचकूला के मदनपुर में स्थापित भी किया जा चुका है। जोकि कंप्यूटर प्रणाली के जरिए इन मीटरों की मॉनिटरिंग यहीं से होगी। भारत सरकार की संस्था ईएसएल स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन में विभाग की फिलहाल मदद कर रही है। कुछ समय के बाद यह कर्मचारी चले जाएंगे और विभाग की डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अधिकारी इसे चलाएंगे। पीके दास ने बताया कि बिजली हो या कोई भी अन्य चीज उसके गलत इस्तेमाल की प्रवृत्ति के कुछ लोग जरूर होते ही हैं।

लेकिन बिजली चोरी पर काफी हद तक कंट्रोल किया गया है। आज हमारे द्वारा जारी किए गए बिलों में से 99 फ़ीसदी से अधिक की रिकवरी की जा रही है। लाइन लॉस 35 फ़ीसदी से घटकर 14 फ़ीसदी हो गया है। यानि बिजली चोरी के मसले पर काफी हद तक काबू पाया गया है। आज ज्यादातर उपभोक्ता पैसे देकर बिजली की खपत करना चाहते हैं। स्मार्ट मीटर भी बिजली चोरी पर कंट्रोल करने की तरफ एक क्रांतिकारी कदम साबित होने जा रहा है। आईटी के प्रयोग से बिजली चोरी को पकड़ने की गुंजाइश हमारी काफी हद तक बढ़ेगी। कंट्रोल रूम में बैठे ही हमें पता चल जाएगा कि कहां कितनी चोरी हो रही है ? 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Manisha rana

Recommended News

Related News

static