(VIDEO) Delhi Blast:  इस्लाम में शहादत है.... आतंकी डॉ. उमर नबी का फर्राटेदार अंग्रेजी में नया वीडियो आया सामने

punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 11:04 AM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी): दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकी मोहम्मद उमर नबी का एक नया वीडियो सामने आया है। इस घटना के ठीक एक सप्ताह बाद आए इस वीडियो में उमर आत्मघाती हमलों को जायज ठहराते हुए इसे इस्लाम में ‘ऑपरेशन शहादत’ बता रहा है। वीडियो में उमर कह रहा है- सबसे गलत समझा जाने वाला कॉन्सेप्ट है जिसे सुसाइड बॉम्बिंग कहा जाता है। यह सुसाइड बॉम्बिंग नहीं, बल्कि इस्लाम में इसे ‘ऑपरेशन शहादत’ कहा जाता है।इसके खिलाफ कई दलीलें और कई एतराजात पेश किए गए हैं। 

इस वीडियो में उमर नबी अंग्रेजी में बात कर रहा है।वीडियो में आतंकी अकेले कैमरे के सामने बैठा है और काफी इत्मीनान से सिर हिला-हिलाकर अपनी बात रख रहा है। वीडियो में आतंकी उमर नबी यह समझाने की कोशिश करता है कि आत्मघाती बमबारी के विचार को ठीक से समझा नहीं गया है, जिसके खिलाफ 'कई विरोधाभास और अनगिनत तर्क' दिए जाते हैं। उमर कहता है, 'लोग जो सबसे बड़ी गलती करते हैं, वह यह समझने में नाकाम रहना है कि बम विस्फोट या आत्मघाती बम विस्फोट का विचार असल में क्या है।'

 
जांच एजेंसियों के मुताबिक लाल किला के पास हुए धमाके के तुरंत बाद सीसीटीवी फुटेज, फोरेंसिक सबूत और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर डॉ. उमर पर शक गहराया था. धमाके से कुछ मिनट पहले वह एक i20 कार में उस इलाके में देखा गया था। धमाके के बाद बरामद सामग्री से भी उसकी संलिप्तता साफ हुई। जांच अधिकारियों का कहना है कि धमाके से पहले और बाद में उसकी लोकेशन और मूवमेंट बिल्कुल उस शख्स से मिलती है जिसने विस्फोट किया। इस विस्फोट में एक कटा हुआ हाथ मिला. फिर उसका डीएनए टेस्ट करवाया गया। इस टेस्ट में इसकी पुष्टि हुई कि उमर ने ही धमाके को अंजाम दिया था।

 

कौन था आतंकी डॉ. उमर?

लाल किला ब्लास्ट को अंजाम देने वाला आतंकी मोहम्मद उमर नबी मूल रूप से पुलवामा के कोइल गांव का रहने वाला था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसकी भारत विरोधी गतिविधियों में गहरी दिलचस्पी थी। हाल के महीनों में उमर का व्यवहार बदल गया था। 30 अक्टूबर से उसने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की अपनी ड्यूटी छोड़ दी थी और वह लगातार फरीदाबाद और दिल्ली का चक्कर लगाने लगा था। इस दौरान वह अक्सर रामलीला मैदान और सुनहरी मस्जिद के पास की मस्जिदों में रुकता था। पुलिस के अनुसार 9 नवंबर को फरीदाबाद में हुई छापेमारी के बाद से वह लापता हो गया था। बता दें कि उस छापेमारी में एक गोदाम से लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ था।


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Content Writer

Isha

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