डिप्टी सीएम दुष्यंत ने गृहमंत्री विज पर दर्ज करवाया मानहानि का केस लिया वापस, जानें क्या था पूरा मामला

punjabkesari.in Wednesday, Jun 08, 2022 - 09:01 AM (IST)

रोहतक: दवा घोटाला उजागर करने पर हिसार के तत्कालीन सांसद (मौजूदा उप मुख्यमंत्री) दुष्यंत को नशेड़ी बताने के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान के खिलाफ दायर मानहानि की आपराधिक शिकायत में अब दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोस्तों ने समझौता करवा दिया है। उप मुख्यमंत्री के वकीलों ने 3 साल 11 महीने बाद अब यह केस वापस ले लिया है।

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मामले के अनुसार 18 मार्च, 2018 को सांसद दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो रुपये की दवा एवं उपकरण की खरीद मामले में चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस कर सुबूतों के साथ घोटाले को उजागर किया था। इसके  बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 3 अप्रैल, 2018 को दुष्यंत चौटाला को पत्रकार वार्ता में नशेड़ी बताते हुए उनको किसी नशा मुक्ति केंद्र से अपना इलाज करवाने की सलाह दी थी।


सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था
दुष्यंत चौटाला ने इस मामले को अपनी मानहानि माना और इस मामले में उनकी ओर से स्वास्थ्य मंत्री को नोटिस जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था। परंतु विज की ओर से इसका कोई जवाब नहीं आया था। इसके बाद दुष्यंत ने अदालत में स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ केस दायर किया था।

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इसके बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने 7 जुलाई, 2018 को यह मामला दायर किया था। मामला दायर करने के करीब 15 माह बाद ही दुष्यंत चौटाला भाजपा-जजपा सरकार में उप मुख्यमंत्री बन गए और अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ गृह मंत्री भी बन गए थे। दुष्यंत चौटाला के अधिवक्ता पीके संधीर, संजीव सिंह और ध्रूव श्योराण अदालत में पेश हुए और दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बारे में अपने बयान दर्ज करवाए। इसके बाद अदालत ने यह केस खारिज कर दिया।

 


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Content Writer

Isha

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