भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ने को लेकर विवाद, 2 पुलिसकर्मी सहित दर्जनों ग्रामीण झगड़े में हुए घायल

punjabkesari.in Friday, Jul 03, 2020 - 05:19 PM (IST)

पानीपत(सचिन): पानीपत के गांव काबड़ी में एक बार फिर बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद पनपने लगा है। बता दें कि पहले भी बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। जगह पर झगड़ा ना हो इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों को बैठा कर फैसला दिया था कि यहां पर बाबा भीमराव अंबेडकर का भवन  बनेगा साथ ही भीमराव अंबेडकर की मूर्ति भी लगाई जाएगी।

दलित समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि देर रात कश्यप समाज के लोगों समेत गांव के सरपंच ने मूर्ति को खंडित कर दिया। उन्होंने बताया कि दलित समाज के लोगो ने विरोध जताया तो ने उनकी भी जमकर पिटाई की। मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। झगड़े में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए, वहीं दर्जनों  दलित समाज के लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आज सैकड़ों लोगों ने पानीपत के लघु सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। दलित समाज के लोगों की मांग है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी वह धरने पर बैठे रहेंगे।

इस दौरान डीएसपी संदीप ने मौके पर पहुंच कर दलित समाज के लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा। वहीं समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे और कहा कि अगर जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह जीटी रोड को भी जाम कर देंगे।

वही दलित समाज के प्रदर्शन के दौरान कश्यप समाज के लोग भी अपने वकील के साथ एसपी मनीषा चौधरी के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंचे और नेमपाल नाम के व्यक्ति पर गंभीर आरोप लगाए उन्होंने आरोप लगाया कि दलित समाज के नेता नेमपाल बाबा  साहेब की मूर्ति की आड़ में जोहड़ की जमीन पर कब्जा करना चाहता है। कश्यप समाज के लोगों ने बताया कि नेमपाल एसटीएसटी एक्ट में मामला दर्ज करवाकर ब्लैकमेलिंग का धन्धा करता है। कश्यप समाज के वकील ने बताया कि नेमपाल के खिलाफ है करीब 10 आपराधिक मामले है और वह एक मामले में जेल की सजा भी काट चुका है।  


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Isha

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