गंदे पानी की निकासी के लिए बनाई डिच ड्रेन बनी किसानों के लिए अभिशाप, फसलें हो रही खराब

punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 02:13 PM (IST)

रादौर (कुलदीप सैनी) : रादौर क्षेत्र में सिंचाई विभाग द्वारा पश्चमी यमुना नहर के साथ डिच ड्रेन बनाई गई थी, ताकि यमुनानगर शहर व फैक्ट्रियों का गंदा व केमिकल युक्त पानी इसमें छोड़ा जा सके। लेकिन अब यह डिच ड्रेन किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। 

दरअसल इस ड्रेन के साथ खेती करने वाले किसानों का आरोप है कि ड्रेन में लगातार गंदा पानी बहने से यह भूमि के जलस्तर को भी प्रभावित कर रहा है, जिस कारण उनके ट्युबवेल भी गंदा व केमिकल युक्त पानी देने लगे है, जिसका असर फसल के साथ-साथ ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। ऐसे में किसानों ने प्रशासन से इस ड्रेन में गंदे पानी को साफ कर छोड़ने की मांग की है। 

वहीं इस बारे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर निर्मल कुमार ने बताया कि यह समस्या उनके संज्ञान में है। उन्होंने बताया कि इस ड्रेन की क्षमता 60 क्यूसेक की है, इसके लिए 45 एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट रादौर रोड पर जलापूर्ति विभाग द्वारा लगाया गया है। लेकिन करीब दो वर्ष पहले जल शक्ति मंत्रालय ने भी ये मुद्दा उठाया था कि ट्रीटमेंट प्लांट लग जाने के बाद भी इसमें साफ पानी क्यों नहीं छोड़ा जा रहा। जिसके बाद जांच की गई, तो पाया गया की अभी भी शहर का 66 एमएलडी पानी बिना साफ किए ही इस ड्रेन में जा रहा है। जिसके लिए यमुनानगर में एक और 66 एमएलडी  का एक और ट्रीटमेंट प्लांट जल्द लगाया जाएगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने भी हरी झंडी दे दी है। इसके लिए प्रक्रिया जारी है, उम्मीद है कि जल्द इस समस्या का समाधान हो जाएगा। 

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Content Writer

Manisha rana

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