द्रोपदी ने ठानी थी सुहागन ही मरूंगी, पति से 1 घंटा पहले पत्नी ने त्याग दिए प्राण

punjabkesari.in Thursday, Mar 16, 2023 - 10:05 AM (IST)

सोनीपत (सन्नी) : सात जन्मों तक साथ निभाने की कहावत केवल कहने मात्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह घटना और यह कहावत सोनीपत के लाजपत नगर में देखने को मिली जहां पर एक दंपति की मौत एक घंटे के अंदर ही हो गई। पहले तो मनोहर नाम के बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ी तो उसकी पत्नी द्रौपदी ने भी उसके पैरों में ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद इलाके में चर्चा का माहौल है और सभी का कहना है कि इन दोनों का प्रेम जन्म जन्मांतर का था।


51 साल पहले हुई थी दोनों की शादी 


जानकारी के मुताबिक सोनीपत के लाजपत नगर के रहने वाले मनोहर नाम के बुजुर्ग की शादी करीब 51 साल पहले दिल्ली की रहने वाली द्रोपदी नाम की एक महिला के साथ हुई थी। दोनों में शादी के बाद अटूट प्रेम देखने को मिला। जब मनहोर की तबीयत बिगड़ी तो पहले उसकी पत्नी ने दम तोड़ा और उसके बाद मनोहर में दम तोड़ दिया। यह घटना करीब एक घंटे के अंदर ही घटी, जिसके बाद आसपास के स्थानीय निवासी है। कहने लगे कि इन दोनों का प्रेम अटूट था और दोनों सात जन्मों तक साथ रहने की बात करते थे।  दोनों बुजुर्गों के परिजन बताते हैं कि मनोहर और द्रोपदी सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। वह गरीब बेटियों की शादियां करवाते थे और इसको देखते हुए दोनों में अटूट प्रेम हुआ था और द्रोपदी यह कहती थी कि वह मनोहर से पहले मौत को गले लगाना चाहती है और सदा सुहागन रहना चाहती है।


हमेशा से सुहागन रहना चाहती थी द्रोपती


वहीं परिजन हंसराज ने बताया कि मनोहर और द्रौपदी की शादी करीब 51 साल पहले हुई थी और दोनों जन्म जन्मांतर तक साथ रहने की कसमें खाते थे और द्रोपती कहती थी कि वह मनोहर से पहले मरना चाहती है क्योंकि वह हमेशा से सुहागन रहना चाहती थी। हंसराज ने बताया कि सोमवार के दिन पहले तो मनोहर की तबीयत बिगड़ी और उसकी तबीयत को बिगड़ता देख द्रौपदी ने पहले दम तोड़ा और बाद में एक घंटे के अंदर आपने प्राण त्याग दिए।

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Content Writer

Manisha rana

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