इंद्रजीत सिंह के ठिकानों पर ईडी की रेड, 5 लग्जरी कार, 17 लाख की नकदी, बैंक लॉकर समेत डिजिटल डिवाइस जब्त
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 11:27 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), गुरुग्राम जोनल ऑफिस की टीम ने इंद्रजीत सिंह यादव व उनसे जुड़ी संस्थाओं के ठिकानों पर 26 दिसंबर से 27 दिसंबर तक दिल्ली, गुरुग्राम और रोहतक में 10 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। यह सर्च ऑपरेशन इंद्रजीत सिंह यादव से जुड़े लोगों व संस्थाओं के खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चलाया। यह मामला प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत दर्ज मामलों में चलाया गया है।
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मनी लॉन्ड्रिंग की जांच इंद्रजीत सिंह यादव की अवैध उगाही, प्राइवेट फाइनेंसरों के जबरन लोन सेटलमेंट, हथियारों से धमकाने और ऐसी अवैध गतिविधियों से कमीशन कमाने के संबंध में शुरू की गई। ईडी ने हरियाणा पुलिस व यूपी पुलिस द्वारा आर्म्स एक्ट, 1959, बीएनएस, 2023 और आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत इंद्रजीत सिंह यादव और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज 15 से अधिक मुकदमों व चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू की थी। आरोप लगाया गया है कि मेसर्स जेम रिकॉर्ड्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और मुख्य नियंत्रक इंद्रजीत सिंह यादव एक कुख्यात बाहुबली हैं जो हत्या, उगाही, प्राइवेट फाइनेंसरों द्वारा दिए गए लोन के जबरन सेटलमेंट, धोखाधड़ी, ठगी, अवैध जमीन हड़पने और हिंसक अपराधों जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
यूएई से काम कर रहा 15 मुकदमों में वांछित इंद्रजीत सिंह:
इंद्रजीत सिंह यादव हरियाणा पुलिस के विभिन्न मामलों में वांछित हैं और वर्तमान में फरार हैं और यूएई से काम कर रहे हैं। ईडी की जांच में पता चला कि अपोलो ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अन्य जैसे कुछ कॉर्पोरेट घरानों ने कथित तौर पर डीघल, झज्जर स्थित प्राइवेट फाइनेंसरों से नकद में बड़ी रकम उधार ली और सुरक्षा के तौर पर पोस्ट-डेटेड चेक जारी किए। जांच में यह भी सामने आया कि इंद्रजीत सिंह यादव ने एक बाहुबली और जबरन वसूली करने वाले के रूप में काम किया। इन मोटी रकम वाले प्राइवेट लोन, लेनदेन और वित्तीय विवादों के जबरन सेटलमेंट में मदद की, जो सैकड़ों करोड़ रुपए के थे। ये सेटलमेंट कथित तौर पर धमकियों, डराने-धमकाने और विदेशों से संचालित संगठित अपराध सिंडिकेट की संलिप्तता के साथ हथियारों का इस्तेमाल करते हुए गिरोहों की मदद से किए गए थे। सेटलमेंट की इस प्रक्रिया में, आरोपी इंद्रजीत सिंह यादव ने कथित तौर पर इन कॉरपोरेट घरानों से कमीशन के रूप में सैकड़ों करोड़ रुपए कमाए।
लग्जरी कारें, लाखों की नगदी व डिवाइस जब्त:
इंद्रजीत सिंह यादव ने अवैध रूप से करोड़ों रुपए जुटाए और इस रकम का इस्तेमाल कथित तौर पर अचल संपत्तियों, लग्जरी कारों को खरीदने और शानदार जीवनशैली के लिए किया गया। जबकि इनकम टैक्स रिटर्न में कम इनकम दिखाई गई। सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम ने पांच लग्जरी कारें, बैंक लॉकर, 17 लाख रुपए नकद, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस को जब्त किया गया। दो दिन तक चले सर्च ऑपरेशन में यह भी सामने आया कि इंदरजीत सिंह यादव ने अपराध की कमाई से अपने व अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई चल और अचल संपत्तियां खरीदी गई थीं।