कंपनी के इंजीनियरों ने ही एटीएम से निकाले थे 8 लाख रुपये, एक गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 10:47 AM (IST)

भिवानी (वजीर) :  पुलिस ने एटीएम से महज दो मिनट में आठ लाख रुपये से अधिक की चोरी की गुत्थी को सुलझाने में कामयाबी हासिल की है। ये चोरी दिनदहाड़े बैंक बंद होने के समय 5 जनवरी को की गई थी। पुलिस ने एक आरोपी को एक लाख 40 हजार रुपये सहित गिरफ्तार कर लिया है। खास बात ये है कि ये आरोपी इंजिनियर है और अपने साथी के बहकावे में आकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश व अन्य पैसे की बरामदगी के प्रयास कर रही है।

बता दें कि भिवानी में 5 जनवरी को यूको बैंक के एटीएम से महज दो मिनट ने 8 लाख 28 हजार रुपये की चोरी की ऐसी वारदात हुई जिस पर किसी को यकीन नहीं हो रहा था। ये चोरी महज दो मिनट में बैंक बंद होते समय की गई। हैरानी की बात ये है कि बैंक को भी इस घटना का अगले दिन 6 जनवरी को करीब 20-21 घंटे बाद पता चला। बता दें कि 6 जनवरी को यूको बैंक के कर्मचारी खुद हैरान रह गए जब उन्होंने इस घटना का पता चला। क्योंकि बैंक अधिकारी व कर्मचारी 6 जनवरी को अपने बैंक का स्थापना दिवस मना रहे थे हर उपभोक्ता को मिठाई खिला कर खुशी मना रहे थे।

आनन फानन में बैंक मैनेजर ने पुलिस को एटीएम से 8 लाख 28 हजार रुपये चोरी होने की सूचना दी। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि ना तो एटीएम को तोड़ गया है ना ही वारदात रात की है। बैंक बंद होते समय इस वारदात को दिनदहाङे 4 बजकर 57-58 मिनट पर अंजाम दिया गया. पुलिस हैरान थी कि इस एटीएम से कोई छोङछाड़ भी नहीं हुई है तो पैसे कौन और कैसे निकला ले गया। इस पहेली को सुलझाने के लिए पुलिस ने बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ उच्च अधिकारियों तक से बात की।

जांच के दौरान पुलिस ने एटीएम में पैसे डालने वाली कंपनी के कर्मचारियों को भी जांच में शामिल किया। क्योंकि पुलिस को शुरुआती दौर में ही लग रहा था कि ये काम किसी चोर की बजाय बैंक या कंपनी के किसी कर्मचारी की मिलीभगत से हुआ है। जांच होने पर पुलिस का शक सही निकला।

आरोपी से एक लाख 40 हजार रुपये बरामद
पुलिस ने अब चोरी करने वाले एक आरोपी धर्मेन्द्र को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी धर्मेन्द्र से एक लाख 40 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। आरोपी धर्मेन्द्र बीएससी पास है और इंजिनियर है। धर्मेन्द्र ने बताया कि उसने जीवन में पहली बार ये चोरी की है। ये भी अपने साथी सोहन के कहने पर उसने बताया कि अब मुझे बहुत पछतावा हो रहा है।

आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
वहीं सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरीओम ने बताया कि हमें शुरुआती दौर में ही संदेह था कि ये चोरी किसी टैकनिकल आदमी ने की है जो बैंक या कंपनी का हो सकता है। उन्होंने बताया कि काफी पूछताछ के बाद जांच में सामने आने पर धर्मेन्द्र को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि धर्मेन्द्र के हिस्से दो लाख रुपये आए थे, जिसमें से 60 हजार रुपये उसने खर्च कर दिए और एक लाख 40 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। उन्होने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। 


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Isha

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