आजादी के लिए बलिदान देने वाले रोहनात गांव के शहीदों पर सभी को है नाजः मुख्यमंत्री

punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 09:28 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि आज स्वतंत्र भारत में हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं, यह आजादी के लिए बलिदान देने वाले रोहनात गांव के शहीदों की बदौलत है। जब अंग्रेजी हुकूमत द्वारा कहर ढाया जा रहा था तो उस समय रोहनात गांव के लोगों ने आगे आकर उनका सामना किया था। मुख्यमंत्री शनिवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा गांधी सभागार में दास्तान-ए-रोहनात नाटक के मंचन अवसर पर बोल रहे थे। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व है कि देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले शहीदों को याद रखें। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव में पूरे देश में जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा दास्तान-ए-रोहनात नाटक की प्रस्तुति करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस नाटक को देखने के लिए रोहनात से लगभग 700 लोग पहुंचे हैं। इसके अलावा हिसार व आसपास के क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 29 मई 1857 के दिन जो चिंगारी अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ निकली थी। इस घटना के बाद अंग्रेजों ने हमारे लोगों पर अत्याचार बढ़ा दिए लेकिन फिर भी हम झुके नहीं और डट के उनका सामना किया। देश भले ही 1947 में आजाद हो गया था लेकिन रोहनात गांव के लोगों की पीड़ा जस-की-तस रही। चार साल पहले 23 मार्च को जब मैं रोहनात आया तब पहली बार रोहनात में तिरंगा फहराया गया। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि हमें इस आजादी को बरकरार रखने का संकल्प लेना चाहिए। आज देश के लिए मरने नहीं बल्कि इस आजादी को बरकरार रखने के लिए जीने का वक्त है। समाज की कुरीतियों को दूर करते हुए हम इस आजादी को बरकरार रख पाएंगे। 

मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने स्वागत भाषण में कहा कि देश की आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में विभाग द्वारा अब तक 1200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित करवाएं हैं। आज का कार्यक्रम भी उसी श्रृंखला का हिस्सा है। विभाग द्वारा इस वर्ष करीब 2500 कार्यक्रम आयोजित करवाने का लक्ष्य है। दास्तान-ए-रोहनात नाटक का मकसद युवा पीढ़ी को सर्वोच्च बलिदान का अर्थ समझाना और एक सकारात्मक संदेश देना है। उन्होंने नाटक के निदेशक श्री मनीष जोशी व लेखक श्री यशराज का भी विशेष रूप से स्वागत किया। इस मौके पर कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रणबीर गंगवा, विधायक श्री विनोद भ्याणा, मंडलायुक्त श्री चंद्रशेखर, आईजी श्री राकेश आर्य, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, रोहनात गांव के ग्रामीण व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। 

मनोहर लाल भावुक हो गए
देश प्रेम से भरा 'दास्तान-ए-रोहनात' नाटक देखते हुए मुख्यमंत्री  मनोहर लाल भावुक हो गए। वे स्वंय भी इस नाटक का हिस्सा बने और मंच पर पहुंच कर तिरंगा फहरा कर नाटक का समापन किया। मुख्यमंत्री को तिरंगा फहराते देख सभी को वह दिन याद आ गया जब उन्होंने 2018 में पहली बार गॉंव रोहनात में तिरंगा फहराया था। इससे पहले गॉंव में तिरंगा नहीं फहराया जाता था। यह नाटक इसी पृष्ठभूमि पर आधारित है। 

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Content Writer

Manisha rana

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