लाठीचार्ज के विरोध में सरपंचों के साथ आए किसान, बोले - नहीं मानी गई मांगें तो करेंगे बड़ा आंदोलन
punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2023 - 02:36 PM (IST)

फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : पंचकूला में सरपंचों पर हुए लाठीचार्ज का किसानों ने विरोध किया है। जिले के लघु सचिवालय के बाहर आज किसानों ने सरपंचों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के पुतले को जलाकर जमकर नारेबाजी की गई। किसानों ने कहा कि वह सरपंचों के साथ खड़े हैं। सरकार के द्वारा जो सरपंचों पर लाठीचार्ज किया गया है वह उसका विरोध करते हैं। यही कारण है कि आज सुबह ही किसान चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए हैं, ताकि सरपंचों के धरने को समर्थन दिया जा सके और सरकार के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाया सके। किसानों ने सरकार से मांग की है कि वह सरपंचों की जायज मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे, नहीं तो किसान और सरपंच मिलकर बड़ा आंदोलन चलाएंगे।
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन हरियाणा के ज्वाइंट सेक्रेटरी रविंद्र सिंह ने कहा कि आज किसानों के द्वारा सरपंचों के साथ मिलकर लघु सचिवालय के बाहर सरकार का पुतला जलाया गया है। उन्होंने कहा कि किसान सरपंचों के साथ खड़े हैं और कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। किसानों ने कहा कि सरपंचों के द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा किसान उसके साथ हैं।
गांव बीघड के सरपंच हरि सिंह और ढाणी बीजा लांबा के सरपंच रामनिवास पूनिया ने कहा कि वह खुद भी कल पंचकूला के प्रदर्शन में मौजूद थे। सरकार के द्वारा उन पर लाठियां बरसाई गई। जो व्यवहार सरकार ने उनके साथ किया है, वह भी सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे, जब वह गांव में आएंगे। उन्होंने कहा कि किसान सरपंचों के साथ खड़े हैं जिसके चलते सरपंचों के आंदोलन को बल मिला है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
Lucknow News: आज से शुरू होगा सपा का दूसरा प्रशिक्षण शिविर, अखिलेश समेत शिवपाल यादव संभालेंगे मोर्चा

Recommended News

दोस्त ने दोस्त की हत्या कर नहर में फैंका शव, 12 दिन बाद बरामद हुई लाश

नवविवाहिता ने फांसी लगाकर दी जानः ससुरालवाले कर थे अंतिम संस्कार, पुलिस ने जलती चिता से उठाया शव

कांगड़ा जिले के स्कूलों में 52 JBT अध्यापकों की अनुबंध आधार पर नियुक्ति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूरीनाम और सर्बिया की यात्रा पूरी की, यूरोप में उनकी ये पहली यात्रा थी