जय जवान-जय किसान का नारा देने वाले प्रदेश में किसानों के सिर फोड़े गए : गीता भुक्कल(VIDEO)
punjabkesari.in Friday, Dec 17, 2021 - 05:16 PM (IST)
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): सेशन को लेकर तैयारी कर चुके विपक्षी दल के विधायक पूरे मुखर अंदाज में सरकार के खिलाफ बयान दे रहे हैं। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेसी विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि सरकार ने 7 साल में हरियाणा को पीछे ले जाने का काम किया। जाट आंदोलन में भाईचारे को खत्म करने का काम किया। प्रदेश में कई बार लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ी। जय जवान - जय किसान का नारा देने वाले इस प्रदेश में किसानों के सिर फोड़े गए। देशद्रोह के मुकदमे दर्ज किए गए। आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
हर जिले में यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज की बात कही गई, लेकिन आज सारी यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, अस्पताल खाली पड़े हैं। 1,000 से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए। नए कॉलेज खोलने की तरफ ध्यान नहीं है। कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर और टीचिंग स्टाफ तक नहीं है। स्मार्टफोन का वायदा करके अभी तक बच्चों को स्मार्टफोन नहीं मिले। कोरोना काल के दौरान जनता को ऑक्सीजन, दवाइयां, बेड, वेंटिलेटर नहीं मिले।अस्पताल बिना डॉक्टरों के पड़े हैं। इस सरकार से अपील करते हैं कि प्रदेश को आगे ले जाने की बजाय पीछे मत ले जाएं। इस केंद्र और प्रदेश की सरकार ने हरियाणा को एक प्रयोगशाला बना रखा है। यह लोग इन 7 सालों में 7 उपलब्धियां भी नहीं बता सकते और हम इनकी 60 कमियां गिना सकते हैं।
भुक्कल ने कहा कि झज्जर जिले ने नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस की नीतियों की वजह से सभी चारों सीटें कांग्रेस की झोली में डाली। हमारे प्रदेश में जननायक जनता पार्टी ने एक फ्लॉप रैली- फ्लॉप शो का आयोजन किया। इस सरकार ने झज्जर जिले के लिए कोई भी बड़ी घोषणा अभी तक नहीं की। चौधरी देवीलाल आदरणीय नेता आज इस दुनिया में नहीं हैं, उन्होंने भी रोहतक में राजनीतिक रूप से धरातल ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें कई बार पटखनी देने का काम किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पूरा हरियाणा गढ़ है। मैं उन लोगों को कहना चाहती हूं की दूसरे क्षेत्र में सेंध लगाने की सोच रखने वालों अपने क्षेत्र में घुसकर दिखाएं।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने विधायक साथियों के साथ कई बार सी एल पी की मीटिंग बुलाने के बाद सेशन में उठाने वाले मुद्दों पर चर्चा की। जिसमें निर्णय यह हुआ कि एचपीएससी में जो पर्ची-खर्ची-अटैची कांड हुआ, बेरोजगार युवाओं के साथ भद्दा मजाक हुआ, कॉन्स्टेबल भर्ती में पेपर की तक बिकी। 30 से अधिक पेपर लीक हुए एचपीएससी, एचएसएससी के घोटालों में केवल अधिकारी ही नहीं सरकार के बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। जिनका पर्दाफाश होना बेहद जरूरी है। केवल एचसीएस अधिकारी को टर्मिनेट करने से बात नहीं बनेगी। इस घोटाले के सूत्र बड़े लोगों के साथ जुड़े हैं ।जिनका सामने आना जरूरी है।
तीन कृषि कानूनों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि कुछ भी हो जाए कानून वापस नहीं होंगे। लेकिन प्रधानमंत्री ने किसानों से माफी मांगते हुए कानूनों को वापस लिया। यह सरकार का धक्का तंत्र है। ना तो कानून बनाते समय चर्चा हुई और ना ही वापस लेते हुए। 700 से अधिक किसानों ने शहादत दी। उन्हें शहीद का दर्जा, उनके परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा, किसानों के मुकदमे वापस लेने को लेकर हम सत्र में आवाज उठाएंगे। भुक्कल ने कहा लोकसभा और राज्यसभा में अजीब सा मजाक केंद्रीय कृषि मंत्री ने यह कहकर किया कि मृतक किसानों की उनके पास सूची नहीं है। लेकिन राहुल गांधी और दीपेंद्र हुड्डा ने मृतक किसानों की सूची, निवास पता और फोन नंबर सरकार को देने की बात कही। यह एक बेहद गंभीर मुद्दा है और सरकार किसानों को अनदेखा करने की कोशिशों में लगी हुई है। हमारी पार्टी किसानों के साथ खड़ी थी और खड़ी रहेगी। किसानों के मुद्दों को पटल पर उठाते रहेंगे।
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