देश में पहली बार शिक्षा के लिए भूख हड़ताल पर बैठी बेटियां

punjabkesari.in Saturday, May 13, 2017 - 02:37 PM (IST)

रेवाड़ी(मोहिंदर भारती):‘हम अपना हक लेकर रहेंगी, चाहे मौत ही क्यों न आ जाए’ और ‘जब तक उन्हें उनका हक नहीं दिया जाता, भूख हड़ताल जारी रहेगी’। यह वाकया उन छात्राओं ने कहे, जो पढ़ने लिए दूसरे गांव में जाती है और आते-जाते मनचलों ही हरकतें झेलती हैं। छात्राओं की मांग है कि उनके गांव के स्कूल को अपग्रेड कर 12वीं तक किया जाए। शुक्रवार को भी छात्राओं व उनके अभिभावकों की भूख हड़ताल जारी रही। पूर्व मंत्री जसवंत सिंह बावल ने हड़ताल को समर्थन दिया। 
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गौरतलब है कि जिला के गांव गोठड़ा टप्पा डहीना का सरकारी स्कूल 10वीं कक्षा तक है। आगे की पढ़ाई के लिए छात्र-छात्राओं को गांव से 3 किलोमीटर दूर गांव कंवाली जाना पड़ता है। छात्राएं जब स्कूल जाती हैं तो रास्ते में मनचले उनसे छेड़छाड़ करते हैं। जिसकी उन्होंने कई बार शिकायत की लेकिन मनचलों पर अंकुश नहीं लग पाया। बृहस्पतिवार को गांव के विद्यार्थियों ने फैसला लिया कि वे स्कूल को अपग्रेड करवाने की मांग करेंगे और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती भूख हड़ताल पर रहेंगी। गांव की 200 छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गईं। सूचना पाकर ए.डी.सी. व एस.डी.एम. मौके पर पहुंचे और हड़ताल समाप्त करने को कहा लेकिन छात्राओं ने कहा कि साफ-साफ कह दिया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती वे हड़ताल को खत्म नहीं करेंगी। छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी हड़ताल पर बैठे हैं। शुक्रवार को हड़ताल का समर्थन पूर्व मंत्री जसवंत सिंह बावल ने किया। जसवंत सिंह ने कहा कि छात्राओं की मांग जायज है। सरकार को इनकी परेशानियों को समझना चाहिए। छात्राएं छेड़छाड़ से दुखी है और सरकार आंख मूंदे बैठी है। अगर छात्राओं के साथ कोई अन्य हरकत हो गई तो सरकार जिम्मेदार होगी।
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सरपंच सुरेश चौहान ने बताया कि गांव की 83 छात्राओं सहित सैंकड़ों विद्यार्थी गांव कंवाली में 11वीं व 12वीं की शिक्षा के लिए जाते हैं। छात्राओं को दूसरे गांव में जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मनचलों को समझाया गया लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। छेड़छाड़ से दुखी होकर ही छात्राओं ने हड़ताल कर स्कूल को अपग्रेड करने की मांग की है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठी हैं, अगर उन्हें कुछ हुआ तो प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा। उन्होंने सरकार से मांग पूरी करने की अपील की है। 


 


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