बीके अस्पताल में बनाया फ्लू कॉर्नर, पहले दिन हुई सर्दी, जुकाम व बुखार के 280 मरीजों की जांच

punjabkesari.in Saturday, Mar 14, 2020 - 12:00 PM (IST)

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : कोरोना वायरस को लेकर जहां विश्व भर में हाहाकार मचा हुआ है वहीं हरियाणा का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह अर्लट पर है। कोरोना के मद्देनजर फरीदाबाद सिविल अस्पताल बीके में उपचार के लिए आने वाले सर्दी, जुखाम और बुखार पीड़ितों के लिए आयुष केन्द्र में फ्लू कॉर्नर बनाया गया है वहीं आपात स्थिति के लिए मॉक ड्रिल भी आयोजित हुई। जहां केवल सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की हुई ओपीडी लगाई जाएगी। जिसका उद्घाटन शुक्रवार को सीएमओ डॉ. कृष्ण कुमार ने किया। 

आयुष केन्द्र में लगाई गई ओपीडी में डॉ. इन्द्रजीत और डॉ. मोहित अग्रवाल ने सुबह से दोपहर तक 280 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। दोनों ही चिकित्सक मरीज से एक मीटर की दूरी बनाए रखे हुए थे। यहां आए मरीजों को मुंह पर मास्क लगाकर ही चैक किया गया और मरीजों को भी मास्क उपलब्ध करवाए गए थे। अधिकारियों का कहना है कि यह ओपीडी वैकल्पिक है। कोरोना वायरस के समाप्त होने के साथ वायरल के असर को कम होने के बाद इसे पुन: ओपीडी वार्ड में सुचारू किया जाएगा।

आयुष के ओपीडी को कमरा नंबर-8 में शिफ्ट किया गया है। बीके अस्पताल के ओपीडी में रोज 2000 के आसपास मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इनमें से रोज 300 के आसपास वायरल, बुखार, सर्दी, खांसी आदि के मरीज पहुंच रहे हैं। पहले इनके लिए ओपीडी ग्राउंड फ्लोर स्थित ओपीडी वार्ड में ही लगाई जाती थी। लेकिन कोरेाना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण इसके ओपीडी को अलग कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार अगले आदेश तक यह आयुष केंद्र में ही लगेंगे। यहां दो डॉक्टर सुबह 9 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक मरीजों का उपचार करेंगे।

डिप्टी सीएमओ डॉ रामभगत कोरोना वायरस से निपटने के लिए बीके अस्पताल में शुक्रवार को मॉकड्रिल किया गया। इसमें डॉक्टर समेत स्वास्थ्य विभाग के तमाम कर्मचारी शामिल हुए। उन्हें इस दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का कैसे उपचार किया जांच संभावित मरीज के घर, पड़ोसी क्षेत्र में किस तरह से वायरस को नष्ट करने के लिए अभियान चलाया जाए, सारी जानकारी दी गई। डॉक्टरों को पसर्नल सेफ्टी के बारे में भी बताया गया। 

70 लोगों की हुई स्क्रीनिंग
डिप्टी सीएमओ डॉ रामभगत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अभी तक करीब 70 लोगों की स्क्रीनिंग की है। इनमें से 55 के आसपास कोरोना प्रभावित देशों से शहर में आए हैं। वहीं 15 ऐसे व्यक्तियों की जांच की गई है, जो पीटीएम के कर्मचारी हैं। वह गुडग़ांव स्थित कार्यालय में कार्यरत थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार किसी में भी कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हो सकी है। फिर भी इनपर 28 दिनों ते निगरानी रखी जा रही है। 


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Isha

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