पिछले 3 दिनों में हरियाणा में चल रहा ड्रामा, पूर्व मुख्यमंत्री के चुनाव जीतना नहीं होगा अभय चौटाला
punjabkesari.in Thursday, Mar 14, 2024 - 06:27 PM (IST)
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): वीरवार को इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने चंडीगढ़ निवास पर प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 3 दिनों में हरियाणा में राजनीतिक उथल-पुथल और राजनीतिक ड्रामा हुआ। इस दौरान असंवैधानिक काम भी हुआ है जब विश्वास मत हासिल करने के दौरान सदन में 91 सदस्य उपस्थित हुए। जबकि नियमों के अनुसार सदन में सदस्यों की संख्या 90 से अधिक नहीं हो सकती। इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है। जेजेपी ने गठबंधन टूटने के बाद भी व्हिप जारी करके पार्टी सदस्यों को गैर हाजरी के निर्देश दिए ताकि बीजेपी की मदद की जा सके।
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल को सीएम पद से इस्तीफा इस लिए देना पड़ा क्योंकि सर्वे रिपोर्ट में बीजेपी को बहुमत नहीं मिल रहा है। लोगो ने बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है। यही नहीं जनता सब कुछ जानती है और अबकी बार कांग्रेस को भी सत्ता से दूर रखेंगे क्योंकि कांग्रेस में भी गहरा विवाद है। अब युवा भी राजनेताओं को पहचानने लगे है। आज राजनीतिक लोग अपने स्वार्थ के चलते दल बदल रहे हैं जो युवाओं को कतई पसंद नहीं है। चुनाव आयोग को एक सख्त कानून बनाना चाहिए ताकि जो लोग बाद में पार्टी बदलते है उस पर रोक लगे। आज ईडी और सीबीआई का डर दिखा कर लोगों को डराया जा रहा है। अगर दल बदल पर रोक लग जाये तो ईडी और सीबीआई का डर खत्म हो जाएगा। विश्वास मत के दौरान सीएम ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे जनता की समस्या को दूर किया जा सके। कानून व्यवस्था, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को लेकर सीएम नायब सैनी ने कुछ नहीं बोला और सदन मे केवल मात्र पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ की। नए सीएम से उम्मीद है कि वो उनकी सरकार में प्रदेश में हुए 24 घोटालों की जांच करवाएंगे। कौशल रोजगार निगम को बंद कर युवाओं को स्थायी नौकरी देंगे और ईमानदारी से लोगो की समस्याओं पर ध्यान देंगे। साथ ही अभय सिंह ने देश में जनप्रतिनिधियों के काम नहीं करने पर वापिस बुलाने के कानून बनाने की मांग को भी फिर से दोहराया।
दीपेंद्र हुड्डा का इनेलो पार्टी पर वोट काटने के ब्यान पर पलटवार
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि दीपेंद्र अपने आप को बड़ा नेता समझ रहा है। अगर इनेलो पार्टी वोट काटने का काम करती है तो वे ऐलनाबाद उपचुनाव लडऩे क्यों गए? असल में बाप-बेटे ने कांग्रेस को पूरी तरह से खत्म कर दिया है और बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे गलत बयान दे रहे हैं।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सदस्यता अभियान के तहत इनेलो पार्टी ने 5 लाख नए सदस्य बनाए हैं और अभी भी लोग सदस्य बनने की माँग कर रहे है। उन्होंने ऐलान किया कि इनेलो पार्टी लोकसभा की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लोकसभा उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक 5 सदस्यों की टीम बनाई है। अब तक लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए गुरुग्राम से 10, फरीदाबाद से 13, भिवानी से 9, रोहतक से 10, करनाल से 7, कुरुक्षेत्र से 9 सिरसा से 22 और हिसार से 14 लोगों के आवेदन आए हैं। आचार संहिता लगते ही पार्टी की बैठक बुलाकर फैसला करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री के लिए करनाल लोकसभा जीतना आसान नहीं होगा क्योंकि उन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया था। विधानसभा में गीता पर हाथ रखकर झूठी कसम खाई थी कि भ्रष्टाचार को खत्म कर दूंगा। मनोहर लाल के कार्यकाल में धान घोटाला, शराब घोटाला और रजिस्ट्री घोटाला हुआ है लेकिन किसी की भी जांच रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर नहीं रखी।
यह गठबंधन पैसे के बंटवारे पर टूटा है। यह गठबंधन डाकू और लुटेरों का गिरोह था। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला झूठ बोल रहे हैं कि बीजेपी ने उन्हें रोहतक से लडऩे को कहा था। सच्चाई यह है कि जेजेपी को भाजपा ने धक्के मार कर बाहर निकाला है। जाते-जाते जेजेपी वाले मनोहर लाल को भी ले बैठे है। भविष्य में जेजेपी में केवल मां बेटा ही रहेंगे और इन दोनों में भी झगड़ा रहेगा। जो लोग किसी से गद्दारी और धोखा करते हैं भगवान उनको वैसे ही नतीजे देता है। इन लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के साथ धोखा किया और उनकी पीठ में छुरा घोंपा था। जेजेपी ने पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को यमुना पार करने के नाम पर वोट मांगे लेकिन चुनाव के बाद बीजेपी के साथ सरकार बना ली। जेजेपी वालों ने चौ. देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने की बात की लेकिन बीजेपी के सामने देवीलाल की नीतियों को गिरवी रख दिया। जल्द ही यह लोग भी जेल जाएंगे क्योंकि इनके पास भी ईडी और सीबीआई आने वाली है।
एक राष्ट्र एक चुनाव पर अभय सिंह चौटाला की प्रतिक्रिया
एक राष्ट्र एक चुनाव की बात भाजपा सिर्फ भ्रम पैदा करने के लिए कह रही है। जहां अभी चुनाव हुए हैं वहां चुनाव कैसे करवाए जा सकते हैं? देश की विधानसभाओं के चुनाव का समय अलग-अलग है। संकट में कोई सरकार गिर तो सकती है लेकिन चुनी हुई सरकार को संविधान के अनुसार हटाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल कभी भी राजनीतिक लाभ के लिए राजनीति नहीं करती केवल लोगों की भलाई की राजनीति करती है।