पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह का बड़ा बयान, बोले बीजेपी में रहते हुए सिक्रेटिव रहना मेरे बस की बात नहीं

punjabkesari.in Sunday, Jun 05, 2022 - 05:12 PM (IST)

करनाल(ब्यूरो): कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह अब भाजपा में भी घुटन महसूस करने लगे हैं। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं काफी आउट स्पोकन हूं। बीजेपी में सिक्रेटिव रहना जरूरी है, लेकिन अब यह मेरे बस की बात नहीं हैं। हालांकि जब उनसे भाजपा में रहने या पार्टी बदलने को लेकर सवाल किया गया तो सिंह ने कहा कि मैंने 50 साल तक राजनीति की है। अब नए चेहरों को आगे आना चाहिए। इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने सीएम बनने की अपनी इच्छा भी एक बार फिर से जाहिर की।

बीजेपी में सिक्रेटिव रहना जरूरी, लेकिन मैं काफी आउट स्पोकन हूं

दरअसल बीरेंद्र सिंह आज करनाल पहुंचे जहां उन्होंने अपने मन की बातें खुलकर सामने रखी। बीरेंद्र सिंह ने इशारों ही इशारों में साफ कर दिया कि भाजपा में रहते हुए वे अपनी मन का काम नहीं कर पा रहे। उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहते हुए सिक्रेटिव रहना जरूरी है। लेकिन मैं काफी आउट स्पोकन हूं। मैं अपनी बात को खुलकर सामने रखता हूं। इसलिए ऐसी स्थिति में रहना मेरे लिए मुश्किल हो गया है।

हुड्डा को पार्टी कांग्रेस ना छोडने की दी थी सलाह

कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में फिलहाल ऐसा कोई नेता नहीं है जो गांधी परिवार को रिप्लेस कर सके। उन्होंने कहा कि मैंने हुड्डा को 4 साल पहले एक सलाह दी थी कि कांग्रेस चाहे कितनी भी बेरुखी करे लेकिन कांग्रेस मत छोड़ना। कांग्रेस छोड़कर कहीं जाना हो तो बीजेपी में आ जाना, अपनी दूसरी पार्टी मत बनाना वरना बंसीलाल और भजनलाल जैसा हाल होगा। सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने मेरे साथ जो किया वो कभी किसी के साथ नहीं हुआ। इसलिए मुझे कांग्रेस छोड़नी पड़ी। वहीं कुलदीप बिश्नोई को लेकर उन्होंने कहा कि राजनीतिक टिप्पणियां बड़ी सोच समझकर करनी चाहिए। बिश्नोई अभी युवा हैं,  पूरी राजनीति का सफर अभी तय करना बाकी है। जनता टिप्पणियों को अच्छा नहीं मानती।

बेटे बृजेंद्र सिंह के भविष्य के लिए संभावनाएं तलाश रहे बीरेंद्र सिंह

प्रदेश का सीएम बनने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने अपनी इच्छा एक बार फिर से जाहिर की। उन्होंने कहा कि यदि मेरे अंदर सीएम बनने की कसक खत्म हो गई तो फिर साथ वाले लोग मेरा साथ छोड़ देंगे। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने 50 साल तक राजनीति की है। अब नए चेहरों को आगे आना चाहिए, जिन्हें देखकर लोग कह सकें कि हां यह लोग परिवर्तन लाएंगे। युवा नेताओं के साथ हमें सलाहकार बनकर काम करना चाहिए। दरअसल मुख्यमंत्री बनने की चाह रखने वाले बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। बीजेपी में जाने के बाद भी सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी नसीब नहीं हुई। भाजपा में कई साल गुजारने के बाद अब बीरेंद्र युवाओं को आगे लाने की बात कहकर हिसार लोकसभा से सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह के भविष्य के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं। तभी तो उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजनीति में नए युवा चेहरों की जरूरत है। वह कांग्रेस या भाजपा से हो सकते हैं। वह निर्दलीय भी हो सकते हैं। यही नहीं वह किसी नई पार्टी से भी हो सकते हैं। 

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Content Writer

Vivek Rai

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