लॉरेंस बिश्नोई गैंग को हथियार और लग्जरी गाड़ियां सप्लाई करने वाला गिरोह हुआ गिरफ्तार
punjabkesari.in Monday, Jul 11, 2022 - 04:32 PM (IST)

लग्जरी गाड़ियां चुराने वाला कुख्यात बदमाश मनोज बकरवाल भी गिरफ्तार
लग्जरी गाड़ियों को छीनने और चोरी करने के आरोपियों को एसटीएफ की बहादुरगढ़ यूनिट ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मनोज बकरवाल ,संजय, अमित, विजय और प्रकाश के रूप में हुई है। सभी आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करते थे और इनमें से मुख्य आरोपी मनोज बकरवाल वाहनों की चोरी करता था और अपने एक साथी के साथ मिलकर इनकी नंबर प्लेट और इंजन नंबर बदल कर इन गाड़ियों को लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर अपनी गैंग के सदस्यों को मुहैया कराते थे। एसटीएफ की मानें तो इन लग्जरी कारों में वह एक्सटॉर्शन, अवैध हथियार, निकोटीन और गुजरात तक शराब की सप्लाई करने के लिए करते थे।
आरोपियों की गिरफ्तारी से बिश्नोई गैंग को लेकर होंगे कई खुलासे
एसटीएफ टीम को उम्मीद है कि इन आरोपियों से अभी कुछ और खुलासे होंगे। फिलहाल आरोपियों की पहचान के साथ यह बात साफ हो गई कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक्सटॉर्शन किडनैपिंग और हत्या के साथ-साथ अवैध हथियार, शराब और निकोटीन की सप्लाई भी करते थे। बता दें कि मनोज बकरवाल गुरुग्राम पुलिस की गिरफ्त से पहले भी फरार हो चुका है। फिलहाल 10 साल की सजा काटने के बाद वह जेल से बाहर आया था। लेकिन एक बार फिर उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और लॉरेंस बिश्नोई के साथ जुड़ा। इस बार इस ने वाहन चोरी और लग्जरी वाहनों को छीनने का काम शुरू किया और लॉरेंस बिश्नोई उनके सदस्यों को लग्जरी गाड़ी पहुंचाने का जिम्मा उठाया लेकिन इस बार यह आरोपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए। एसटीएफ की मानें तो इन सभी आरोपियों पर केस दर्ज है और यह पिछले कई सालों से लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम कर रहे थे।
गिरोह से बरामद हुई इनोवा और स्कॉर्पियो
बदमाशों से इनोवा और स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद की गई है। बहादुरगढ़ स्थित STF यूनिट के इंचार्ज विवेक मलिक ने बताया कि उन्हें पता चला था कि लग्जरी गाड़ी चोरी करने वाला गिरोह आसपास के एरिया में एक्टिव है। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी यह गिरोह दिल्ली से चोरी की गाड़ियों को रोहतक ले जाएंगे। इस सूचना के बाद पुलिस ने बहादुरगढ़ में बालोर मोड स्थित बाइपास पर नाकाबंदी की। इस बीच दिल्ली की तरफ से यूपी नंबर की इनोवा और गुजरात नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी आती दिखाई दी। एसटीएफ के जवानों ने दोनों गाड़ियों को रोक लिया। इनोवा गाड़ी को दिल्ली के बक्करवाला का रहने वाला संजय चला रहा था, जबकि उसके साथ बक्करवाला का ही मनोज बैठा हुआ था। पुलिस ने दोनों गाड़ियों के कागजात मांगे तो स्कॉर्पियो के कोई कागजात नहीं मिले, जबकि इनोवा की एक आरसी बदमाशों द्वारा दी गई। आरसी को चैक किया तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी के बदायूं का मिला और रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी की मोहर झांसी की मिली।गाड़ी के अंदर एक बिल भी मिला, जिसे चैक किया तो पता चला कि गाड़ी पंजाब नंबर की है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)