दर्द: परिवार ने कर्ज लेकर बेटी को बनाया पहलवान, मेडल लाने पर अब सरकार नहीं दे रही इनाम की राशि
punjabkesari.in Wednesday, Jul 15, 2020 - 05:22 PM (IST)
गोहाना (सुनील जिंदल): गोहाना के गांव मदीना की रहने वाली अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महिला पहलवान टीना मलिक ने सरकार पर इनामी राशि नहीं दिए जाने पर सवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि हरियाणा सरकार ने खेल और खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने के लिए इनामी राशि की घोषणा की हुई है, जिसमें ओलम्पिक में गोल्ड जीतने पर छ: करोड़ सिल्वर पर 4 करोड़, कांस्य पर 3 करोड़, एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने पर 5 लाख व सिल्वर पर 3 लाख व कांस्य पदक जीतने पर 2 लाख व नेशनल गेम्स में गोल्ड जीतने पर 3 लाख, सिल्वर पर 2 लाख, कांस्य पदक जीतने पर एक लाख रुपये देने की घोषणा की हुई है।
टीना मलिक ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा पदक जीतने की राशि पांच साल बाद भी उसे नहीं दी गई। पांच साल में उसने जूनियर व सीनियर में गोल्ड, ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए हैं, जिसकी घोषणा के मुताबिक करीब 20 से 30 लाख राशि बकाया है। इसके लिए लगातार सरकार व खेल अधिकारियों से गुहार लगा चुकी है, लेकिन अभी तक उसे कोई घोषित ईनामी राशि नहीं मिली है। राशि नहीं मिलने से परिवार वालों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है, इससे कारण गेम्स करने में दिक्कत हो रही है।
टीना ने बताया कि वह 2012 से कुश्ती कर रही है, उसने अपनी कड़ी मेहनत से देश के लिए मेडल जीते हैं और देश-प्रदेश का नाम रोशन किया है। टीना ने छ: बार नेशनल में गोल्ड जीते हैं, वहीं एशियन गेम्स में दो गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीते। हरियाणा सरकार ने खेल नीति के तहत मेडल जीतने पर इनामी राशि की घोषणा की हुई है, जिसके हिसाब से 2015 से 2020 तक की ईनामी प्रोत्साहित राशि करीब 20 से 30 लाख तक बकाया है।
टीना ने बताया कि वह चंडीगढ़ में खेल मंत्री, जिला खेल अधिकारी से गुहार लगा चुकी है, मगर अभी तक कोई भी राशि नहीं मिली है। इनामी राशि नहीं मिलने से परिवार वालों पर कर्ज बढ़ रहा है। टीना ने बताया कि परिजन उसके खेलने के लिए लोगों से पैसा कर्ज पर लेते है, इसलिए इनामी राशि जल्द मिलने की उम्मीद रहती है।
वहीं टीना मलिक के मां और पिता ने भी अपनी बेटी की ईमानी राशि नही मिलने पर खेद प्रकट किया और सरकार से उसकी इनामी राशि देने की अपील की ताकि वह आगे खेल सके और देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सके।